Ramanagara Name Changed to Bengaluru South:कर्नाटक में रामनगर जिले का नाम बदलने पर सियासी घमासान मच गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि भगवान राम के नाम की वजह से कांग्रेस इस जिले का नाम बदलना चाह रही है. किसने कह दिया कि अगर रामनगर का नाम बेंगलुरु साउथ कर दिया गया तो कांग्रेस कार्यालय पर भगवा लहराएगा. पढ़ें पूरा मामला.
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Ramanagara district name Row: कर्नाटक के रामनगर का नाम बदलने की जबसे बात हुई है, तबसे राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. बीजेपी कर्नाटक सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध कर रही है. कर्नाटक भाजपा ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस सरकार रामनगर जिले का नाम सिर्फ इसलिए बेंगलुरु दक्षिण करना चाहती है क्योंकि इसमें 'राम' शब्द है. हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे. कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने कहा कि नाम बदलने की पहल उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने की है. वह कभी भी रामनगर जिले का विकास नहीं करेंगे. उन्होंने मेडिकल कॉलेज को भी अपने पैतृक स्थान कनकपुरा में स्थानांतरित कर दिया है. लोग इसे स्वीकार नहीं करेंगे. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनते ही हम फिर से इसका नाम रामनगर कर देंगे.
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार बदला चाहते हैं नाम
कर्नाटक सरकार के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने रामनगर जिले (Ramanagara) का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण रखने का प्रस्ताव सीएम सिद्धारमैया को सौंपा है. यह दूसरा मौका है जब डीके शिवकुमार ने मुख्यमंत्री से जिले का नाम बदलने का आग्रह किया है. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और अन्य ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक ज्ञापन सौंपकर जिले को नाम बदलने की मांग की है. डी के शिवकुमार की मांग है कि राम नगर जिले का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण जिला किया जाए. मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में डीके शिवकुमार के अलावा याचिका पर 13 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी और बेंगलुरु ग्रामीण के पूर्व सांसद डीके सुरेश, शिवकुमार के भाई शामिल हैं. उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कहा, "हमारा उद्देश्य बेंगलुरु के वैश्विक शहर की प्रतिष्ठा का लाभ बेंगलुरु शहर के नजदीक स्थित रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपटना और हरोहल्ली तालुकों के लोगों तक पहुंचाना है.
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बीजेपी-जेडीएस ने फैसले पर जताई आपत्ति
डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार ने मंगलवार (9 जुलाई) को कर्नाटक के रामनगर जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव बेंगलुरु दक्षिण जिले के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को सौंपा. कांग्रेस नेता ने कहा कि नाम बदलने का उनका उद्देश्य बेंगलुरु की वैश्विक प्रतिष्ठा का इस्तेमाल करना है. सिद्धारमैया सरकार के इस फैसले पर भाजपा और जेडीएस ने आपत्ति जाहिर की है.
हिंदू विरोधी है कांग्रेस: शहजाद पूनावाला
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा,"वर्तमान की कांग्रेस पार्टी हिंदू से घृणा करती है और पार्टी की राम विरोधी मानसिकता चरम पर पहुंच गई है. राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने राम जन्मभूमि आंदोलन को हराया. अब डीके शिवकुमार को रामनगर का नाम भी पसंद नहीं है क्योंकि इसका नाम श्री राम के नाम पर रखा गया है। कांग्रेस कब तक हिंदुओं को गाली देती रहेगी?"
'कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर भगवा लहराएगा'
अब इस मामले में स्वामी चक्रपाणि महाराज का भी बयान सामने आया है.स्वामी चक्रपाणि ने कहा- 'कर्नाटक के कांग्रेस की सरकार ने रामनगर जिले का नाम बदलने की साजिश रच रही है. कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक तरफ राहुल गांधी संसद में हिंदुओं को हिंसक बोल रहे थे, तो दूसरे दिन बाहर निकले तो बोले कि इंडी गठबंधन ने राम मंदिर आंदोलन को हरा दिया. यह निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी जिस प्रकार हिंदू विरोधी पद्चिह्नों पर चल रही है और कहती है कि भगवान राम काल्पनिक हैं. मैं कहना चाहता हूं कि अब हिंदुओं को छेड़ना कांग्रेस और राहुल गांधी बंद करे.' उन्होंने आगे कहा कि अगर रामनगर का नाम बदलने की कोशिश की गई तो याद रखना कि 24 अकबर रोड का नाम बदलकर 24 श्री राम रोड होगा और कांग्रेस पार्टी पर भगवा लहराएगा. अपने लोकतांत्रिक तरीके का उपयोग करके हिंदू समाज कांग्रेस पार्टी को खत्म कर देगी.
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कर्नाटक सीएम बोले- कैबिनेट करेगी फैसला
सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि डीके शिवकुमार के नेतृत्व में रामानगर जिले के नेताओं ने मुझसे मुलाकात की और मुझसे रामानगर का नाम बदलकर बेंगलुरु दक्षिण करने के लिए कहा. उन्होंने बताया कि मैंने उनसे कहा कि इस पर फैसला कैबिनेट को करना है और इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव रखा जायेगा.
रियल एस्टेट माफियाओं के लिए स्वर्ग
केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी ने भी रामनगर का नाम बदलने के पीछे छिपे एजेंडे पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ''यह कोई रहस्य नहीं है कि यह नाम परिवर्तन किसकी तुष्टीकरण के लिए किया जा रहा है.'' उन्होंने कहा कि यह जिले को रियल एस्टेट माफियाओं के लिए स्वर्ग बनाने की साजिश का हिस्सा है. कुछ लोगों का तुष्टीकरण दूसरा पहलू है. उन्होंने कहा, ''रामनगर जिले की पहचान छीनने की साजिश है, जिसे राज्य की राजनीति में एक विशेष स्थान मिला है.
कांग्रेस क्यों बदलना चाहती है नाम?
रामनगर जिले का नाम बदलने की मांग को लेकर सियासी गलियारों में कई मतलब निकाले जा रहे हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने चन्नपटना विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए नाम बदलने की मांग तेज की है.
पिछले साल भी नाम बदलने की उठी थी मांग
रामनगर जिले का नाम बदलने की मांग सबसे पहले अक्टूबर 2023 में उठी थी. तब डीके शिवकुमार द्वारा पेश इस रखा गया था. उस समय इसका विरोध हुआ था. बीजेपी और जेडीएस ने इस प्रस्ताव को रियल एस्टेट प्रेरित ठहरा दिया था. अब यह मांग इसलिए अहम हो गई है क्योंकि यह चन्नापटना विधानसभा उपचुनाव होना है. रामनगर जिले को 2007 में बेंगलुरु ग्रामीण जिले से अलग करके बनाया गया था, जब एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे. कांग्रेस की नजर अब इसी सीट पर है. डीके शिवकुमार ने कांग्रेस के लिए सीट वापस पाने और वोक्कालिगा बहुल इस क्षेत्र में अपना प्रभाव मजबूत करने के उद्देश्य से कई बार चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया है। इसके बाद उन्होंने यह मांग रही है.
एक तरफ डीके शिवकुमार इस मामले पर कह रहे हैं कि डोड्डाबल्लापुरा, देवनहल्ली, होसकोटे, कनकपुरा, रामनगर, चन्नपटना और मगदी के लोग मूल रूप से बेंगलुरु के ही हैं. शिवकुमार ने कहा कि हमारा उद्देश्य बेंगलुरु की वैश्विक प्रतिष्ठा का लाभ रामनगर, मगदी, कनकपुरा, चन्नपटना और हारोहल्ली तालुकों तक पहुंचाना है, जो बेंगलुरु शहर के बहुत करीब हैं. उन्होंने कि नाम बदलने से जिले में उद्योग लगाने में मदद मिलेगी और भूमि का मूल्यांकन भी बढ़ेगा. दूसरी तरफ बीजेपी इसका विरोध कर रही है.