ZEE जानकारी: चीन एक बार फिर डोकलाम पर अपना दावा करने लगा है
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ZEE जानकारी: चीन एक बार फिर डोकलाम पर अपना दावा करने लगा है

28 दिसम्बर 2017 के एक Video में दिखाया गया कि चीन के सैनिक, अरुणाचल प्रदेश के Bishing गांव में भारतीय सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे.

ZEE जानकारी: चीन एक बार फिर डोकलाम पर अपना दावा करने लगा है

क्या चीन...अरुणाचल प्रदेश को वर्ष 2018 का डोकलाम बनाना चाहता है ? आज ये सवाल पूछना इसलिए ज़रुरी है, क्योंकि चीन के विदेश मंत्रालय ने कुछ ऐसी बातें कही हैं, जिन्हें सुनकर ऐसा लगता है कि उसके इरादे अच्छे नहीं हैं.
चीन अपनी वर्षों पुरानी ज़िद पर अड़ा हुआ है...कि अरुणाचल प्रदेश...दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है. 28 अगस्त 2017 को डोकलाम में भारत की वजह से चीन को पीछे हटना पड़ा था. लेकिन, उस घटना के ठीक 134 दिनों के बाद, पता नहीं अचानक ऐसा क्या हो गया...कि आज एक बार फिर चीन डोकलाम पर अपना दावा करने लगा है. इसलिए, आज तस्वीरों और बयानों के आधार पर चीन की मंशा को समझना ज़रुरी है.

सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश की बात करते हैं. और हम चाहेंगे, कि अरुणाचल प्रदेश का हर देशभक्त हिन्दुस्तानी इस विषय की गंभीरता को समझे और चीन की चालाकियों से सावधान रहे. पिछले हफ्ते शुक्रवार (5 जनवरी) को हमने एक Video दिखाया था. 28 दिसम्बर 2017 के उस Video में चीन के सैनिक, अरुणाचल प्रदेश के Bishing गांव में भारतीय सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे. वो अपने साथ, Bulldozer और Construction की मशीनें लेकर आए थे. यानी उनका इरादा वहां पर अवैध निर्माण करने का था. लेकिन, जैसे ही भारत के सुरक्षाबलों ने उन्हें चुनौती दी....चाइनीज़ सैनिक अपना सारा सामान वहीं पर छोड़कर भाग गये. आज हमारे पास उसी दिन का एक और Video आया है. 

जिसमें भारतीय सैनिक.....चीन की People's Liberation Army के सैनिकों का रास्ता रोककर खड़े हैं. इस Video में भारतीय सैनिक चीन के सैनिकों को वहां से चले जाने के लिए कह रहे हैं. वहां मौजूद भारतीय जवान...सभ्य भाषा में चाइनीज़ सैनिकों को ये समझाने की कोशिश कर रहे हैं...कि भारत...चीन के साथ हर समस्या का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहता है. लेकिन, चीन के सैनिक वहां से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हुए. उन्होंने कहा कि 'जब तक उन्हें ऊपर से Order नहीं मिलता, तब तक वो वहां से नहीं जाएंगे'. इस रवैये के बावजूद भारत के जवानों ने बड़प्पन दिखाते हुए, उन्हें खाना भी Offer किया...और ये भी कहा...कि अगर वो वहां से नहीं जाना चाहते, तो ना जाएं....दोनों देशों के सैनिक एक साथ बैठकर Lunch और Dinner उसी जगह पर करेंगे. यानी चाइनीज़ सैनिकों ने, भले ही भारत की सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक घुसने का अपराध किया हो...लेकिन...उस वक्त भी हमारे सैनिकों ने चीन के जवानों को शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया. 

आज आपको इस पूरे घटनाक्रम का Video ध्यान से देखना चाहिए. इससे आपको ये पता चलेगा....कि सीमा विवाद को लेकर...भारत की सोच कितनी उदारवादी और शांतिपूर्ण है जबकि चीन हमेशा दूसरे देशों की ज़मीन पर अवैध कब्ज़े करने में जुटा रहता है. 8 जनवरी को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी. उन्होंने कहा था..कि अरुणाचल प्रदेश में चीन के सड़क निर्माण दल द्वारा घुसपैठ से जुड़ी घटना को बातचीत के माध्यम से निपटा लिया गया है. इसके लिए दोनों पक्षों के बीच Border Personnel Meeting हुई. और आपसी सहमति से इस विवाद का हल निकाला गया. इस दौरान भारत ने चीन को अपनी आपत्तियां बता दी थीं..जिसके बाद चीन ने कहा था...कि उसके सड़क निर्माण दल ने गलती से भारत की सीमा में प्रवेश कर लिया था और आगे से ऐसी कोई घटना नहीं होगी. लेकिन...ये सिर्फ दिखावा है.. सच कुछ और ही है.

9 जनवरी को चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक Press Conference की गई. जिसमें डोकलाम और अरुणाचल प्रदेश के मुद्दे पर कुछ सवाल पूछे गए थे. और चीन के विदेश मंत्रालय ने इन सवालों के जो जवाब दिए.. उनसे.. चीन का एजेंडा Expose हो गया है. चीन ने डोकलाम और अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है.. चीन के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश.. दक्षिणी तिब्बत का एक हिस्सा है. इसका सीधा सा मतलब ये है कि डोकलाम में चाइनीज़ सैनिक भले ही पीछे हट गए हों... लेकिन चीन की विस्तारवादी योजना.. बदली नहीं है. ऐसा लगता है...कि पिछले साल की ही तरह इस बार भी चीन 'डोकलाम का पार्ट-2 करना चाहता है . और इस बार चीन ने अरुणाचल प्रदेश को भी इस पूरे विवाद में शामिल कर लिया है. ऐसे में भारत को बहुत सावधानी से काम लेना होगा. 

ज़मीन हो या समंदर हो...चीन हर जगह हाथ-पैर मारने की कोशिश कर रहा है. वो चारों तरफ से भारत पर दबाव बनाना चाहता है... लेकिन, भारत के सैनिक उसकी हर हरकत का जवाब देना अच्छी तरह जानते हैं. वैसे कभी-कभी दुश्मन को सांकेतिक भाषा में जवाब देना भी ज़रुरी होता है. और आज (मंगलवार, 9 जनवरी) भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुछ ऐसा ही किया है. अब आप ये देखिए कि INS Vikramaditya को निर्मला सीतारमण ने कैसे सलामी दी. ये Video देखकर...आपको भारतीय नौसेना की ताकत का अंदाज़ा हो जाएगा और हिन्द महासागर में भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर आपका भरोसा बढ़ जाएगा. आज (मंगलवार, 9 जनवरी) रक्षा मंत्री ने गोवा में नौसेना की तैयारियों का एक Demo देखा है. इस दौरान उन्होंने एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रमादित्य सहित 10 से ज़्यादा युद्धपोत, 3 पनडुब्बियां और कई एयरक्राफ्ट्स की ख़ूबियों के बारे में पूरी जानकारी हासिल की. सांकेतिक भाषा में समझें...तो इस प्रकार का Demo देकर दुश्मन को ये अहसास दिलाया जाता है...कि वो अपनी हद में रहना सीख लें.

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