Zee जानकारी : इंटरनेट स्पीड के नाम पर लोगों से धोखा कर रही टेलिकॉम कंपनियां
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Zee जानकारी : इंटरनेट स्पीड के नाम पर लोगों से धोखा कर रही टेलिकॉम कंपनियां

CBI के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा ने किस तरह 2G घोटाले और कोयला घोटाले की जांच में फिक्सिंग की। इसके बारे में हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले हम आपको भारत में मौजूद इंटरनेट सेवाओं की स्पीड के बारे में बताना चाहते हैं। अगर आप इंटरनेट सेवाओं के उपभोक्ता हैं तो हमारा आज का ये DNA टेस्ट पूरी तरह से आपको समर्पित है। आपने भी अनुभव किया होगा कि हर रोज़ मोबाइल फोन, टैबलेट्स और कंप्यूटर्स पर आपका सामना 'गतिविहीन इंटरनेट' से होता है। भारत में स्लो इंटरनेट स्पीड से परेशान मोबाइल फोन्स और कम्प्यूटर्स की संख्या 46 करोड़ से ज्यादा है।

Zee जानकारी : इंटरनेट स्पीड के नाम पर लोगों से धोखा कर रही टेलिकॉम कंपनियां

दिल्ली : CBI के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा ने किस तरह 2G घोटाले और कोयला घोटाले की जांच में फिक्सिंग की। इसके बारे में हम आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले हम आपको भारत में मौजूद इंटरनेट सेवाओं की स्पीड के बारे में बताना चाहते हैं। अगर आप इंटरनेट सेवाओं के उपभोक्ता हैं तो हमारा आज का ये DNA टेस्ट पूरी तरह से आपको समर्पित है। आपने भी अनुभव किया होगा कि हर रोज़ मोबाइल फोन, टैबलेट्स और कंप्यूटर्स पर आपका सामना 'गतिविहीन इंटरनेट' से होता है। भारत में स्लो इंटरनेट स्पीड से परेशान मोबाइल फोन्स और कम्प्यूटर्स की संख्या 46 करोड़ से ज्यादा है।

भारत में आम लोगों के लिए इंटरनेट सेवा की शुरुआत 15 अगस्त 1995 में की गई थी तब भारत में इंटरनेट की स्पीड 9.6 Kbps थी जो आज के मुकाबले बहुत ही कम थी जबकि तब भारत में इंटरनेट के उपभोक्ताओं की संख्या सिर्फ 10 हज़ार थी। ये संख्या भी आज के मुकाबले ना के बराबर थी लेकिन आपको इस बात का अफसोस जरूर होता होगा कि 21 वर्ष बीत जाने के बाद भी भारत में इंटरनेट की स्पीड उस जादुई गति से नहीं बढ़ पाई जिसकी उम्मीद की जा रही थी।

इंटरनेट की गति को प्रति सेकेंड के हिसाब से मापा जाता है इस हिसाब से देखें तो भारत के लोगों को हर सेकेंड हाई स्पीड इंटरनेट के नाम पर सिर्फ धोखा मिलता है जबकि इंटरनेट सेवाएं देने वाली टेलीकॉम कंपनियां मुनाफे के टावर पर बैठी हैं और ग्राहकों को सुस्त और अटक अटक कर चलने वाला इंटरनेट कनेक्शन महंगे दामों में दे रही हैं।  

दुनिया भर में इंटरनेट की स्पीड पर रिसर्च करने वाली कंपनी Akmai Technologies के मुताबिक भारत में इंटरनेट की औसत स्पीड 3.5 Mbps है। इस हिसाब से इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत की ग्लोबल रैकिंग 114 है। जबकि भारत में पीक कनेक्शन स्पीड 25 Mbps है। आपको लग रहा होगा कि ये तो बहुत ज्यादा है लेकिन हम आपको बता दें कि इस मामले में भी भारत दुनिया में 104वें नंबर पर है। 

सिंगापुर में Peak Connection Speed 146 Mbps के आसपास है यानी भारत के मुकाबले 6 गुना ज्यादा। बेहतर इंटरनेट स्पीड के मामले में श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देश भी भारत से काफी आगे हैं। भारत में मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की संख्या 100 करोड़ से ज्यादा है अगर इन Connections को भारत की आबादी में बराबरी से बांट दिया जाए तो आप कह सकते हैं कि भारत की करीब 80 प्रतिशत आबादी के पास मोबाइल फोन कनेक्शन हैं।

फेसबुक की एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि अगर भारत में हर व्यक्ति की पहुंच इंटरनेट तक हो जाए तो भारत की अर्थव्यस्था को 67 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा। स्टडी के मुताबिक भारत में इस वक्त करीब 46 करोड़ लोगों की पहुंच इंटरनेट तक है और इनमें से करीब 37 करोड़ लोग मोबाइल फोन पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।

स्टडी में कहा गया है कि अगर मोबाइल फोन कंपनियां DATA plans के दामों में 66 प्रतिशत की कटौती कर दें तो भारत के हर 5 में से 4 व्यक्ति इंटरनेट का इस्तेमाल कर पाएंगे। यानी 100 रुपये का DATA प्लान 34 रुपये में मिलने से भारत के 80 प्रतिशत लोग इंटरनेट से जुड़ जाएंगे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत  में 70 प्रतिशत मोबाइल फोन उपभोक्ता 2G नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। स्टडी में ये भी पता लगा कि कंपनियों के लिए 2G नेटवर्क पर सेवाएं देना अब फायदे का सौदा नहीं रहा। कंपनियों को सबसे ज्यादा कमाई 3G या 4G नेटवर्क पर इस्तेमाल होने वाले Data से होती है। इसलिए कंपनियां आप पर ज़ोर डालती हैं कि आप 3G या 4G सेवाओं को खरीदें।

एक अनुमान के मुताबिक मोबाइल फोन पर इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले 37 करोड़ लोगों में से करीब 12 करोड़ लोग 3G और 4G सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। 2018 तक ये आंकड़ा बढ़ कर 30 करोड़ हो जाएगा जिनमें से 9 करोड़ लोग 4G सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे होंगे।

लेकिन दिक्कत ये है कि 3G और 4G का सबसे बड़ा मार्केट बन जाने के बाद भी भारत में हाई स्पीड इंटरनेट के दर्शन दुर्लभ हैं। मोबाइल फोन पर स्लो इंटरनेट की समस्या से बचने के लिए कई लोग अपने घरों में Broadband Service का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि विकसित देशों से तुलना करें तो तो भारत में Broadband जैसी कोई चीज़ है ही नहीं।

अमेरिका के Federal Communications Commission ने Broadband के लिए 25 mpbs की स्पीड का Benchmark तय किया है। जबकि भारत में 512 kbps की स्पीड को Broadband का Benchmark माना जाता है। यानी भारत के करीब 8 करोड़ Broadband उपभोक्ताओं को अमेरिका के मुकाबले 50 गुना कम इंटरनेट स्पीड मिल रही है।

अब आप समझ गए होंगे कि टेलिकॉम सेक्टर की कंपनियां किस तरह सिर्फ मार्केटिंग के दम पर देश को बिना स्पीड वाली 4जी और Broadband सेवाएं बेचने की कोशिश कर रही है। ये सब आपकी आंखों के सामने हो रहा है लेकिन कोई कुछ नहीं कर पा रहा। इसलिए हमने भारत के 46 करोड़ लोगों के साथ हर सेकेंड हो रहे Internet Speed घोटाले पर एक DNA टेस्ट किया है। हमारा मानना है कि जब तक भारत में इंटरनेट स्पीड को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा तब तक भारत विकास के Buffering Mode से बाहर नहीं आ पाएगा। पैसे देकर अच्छी Internet Speed हासिल करना इंटरनेट उपभोक्ताओं का बुनियादी हक है और हम सबको मिलकर इसके लिए आवाज़ उठानी होगी।

-पूरी दुनिया में हर मिनट 1 करोड़ 50 लाख Text Messages का आदान-प्रदान होता है। 
-गूगल पर प्रति मिनट 20 लाख सवालों के जवाब ढूंढे जाते हैं। गूगल की तरह दुनिया भर में 250 से ज्यादा Search engines हैं।
-E commerce साइट Amazon पर प्रति मिनट 50 लाख रुपये से ज्यादा के सामान की बिक्री होती है, जबकि Amazon अभी सिर्फ 12 देशों में उपलब्ध है।
-दुनिया भर में 60 सेकेंड्स में 6.38 लाख गीगाबाइट डाटा ट्रांसफर होता है, ये Data 8 लाख 16 हज़ार फिल्मों के बराबर है। 
-सिर्फ 60 Seconds में दुनियाभर में 47 हज़ार ऐप्लिकेशन डाउनलोड की जाती है और 701 Apps रोज़ाना लॉन्च की जाती हैं।
-एक मिनट के अंतराल में दुनियाभर में 60 लाख से ज़्यादा फेसबुक पेज देखे जाते हैं जबकि 200 करोड़ लोग लोग इस दौरान ऑनलाइन होते हैं।
-हर रोज़ करीब 1 लाख नए Tweets प्रति मिनट किए जाते हैं।
-एक मिनट में विकिपीडिया पर 6 नए Articles पोस्ट किए जाते हैं।
-दुनियाभर में Youtube पर एक मिनट में 13 लाख से ज़्यादा वीडियोज़ देखे जाते हैं जबकि यू-ट्यूब पर उपभोक्ता 3 अरब घंटे हर महीने गुज़ारते हैं।
-Youtube पर हर मिनट 30 घंटे के नए Videos Upload किए जाते हैं। 

 

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