UPSSSC PET: यूपी में नहीं दे पाएंगे PET क्लियर किए बिना कोई भी Exam, जानें क्यों, क्या हैं इसके फायदे?
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UPSSSC PET: यूपी में नहीं दे पाएंगे PET क्लियर किए बिना कोई भी Exam, जानें क्यों, क्या हैं इसके फायदे?

Preliminary Eligibility Test: उत्तर प्रदेश सरकार ने 2020 में UPSSSC परीक्षाओं के लिए पीईटी को अनिवार्य कर दिया. ग्रुप बी और सी के सभी प्री एग्जाम के बदले केवल पीईटी का एग्जाम देना होगा. 

UPSSSC PET: यूपी में नहीं दे पाएंगे PET क्लियर किए बिना कोई भी Exam, जानें क्यों, क्या हैं इसके फायदे?

Benefits Of UPSSSC PET: उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रुप बी और ग्रुप सी पदों के लिए पीईटी की परीक्षा अनिवार्य कर दी है. ऐसे में अगर आप यूपीएसएसएससी पीईटी एग्जाम क्लियर नहीं कर पाते हैं तो मेन्स एग्जाम में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. सरकारी जॉब के लिए तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स के लिए यूपीपीईटी एग्जाम से जुड़ी ऐसी ही छोटी-छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण बातों को जानना बेहद जरूरी है. इस आर्टिकल में हम आपके लिए पीईटी से जुड़ी जरूरी जानकारी लेकर आए हैं. हमें पूरा यकीन है कि ये जानकारी हमारें पाठकों के बेहद काम आएगी. 

जानें क्या है UPSSSC PET

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग  की ओर से पीईटी की शुरुआत की गई थी. इस परीक्षा की शुरुआत होने से पहले यूपी में ग्रुप बी और सी के पदों किसी एक भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली प्रारंभिक परीक्षा क्लियर करने के बावजूद किसी दूसरी परीक्षा में आवेदन करने पर उसके लिए भी प्रीलिम्स देना होता था, लेकिन पीईटी की शुरुआत से कैंडिडेट्स को बहुत राहत मिली, क्योंकि अब कैंडिडेट्स को बार-बार प्री एग्जाम देने की जरूरत नहीं है. वहीं, एक बार पीईटी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के बाद कैंडिडेट्स को फिर किसी एग्जाम के लिए दोबारा रजिस्ट्रेशन नहीं कराना पड़ता है. इसे क्लियर करने वाले अभ्यर्थी ही मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. 

पीईटी स्कोर की वैलिडिटी

पीईटी क्लियर करने के बाद कैंडिडेट्स को एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिसकी वैलिडिटी एक साल तक के लिए होगी. इसका मतलब है इस एक साल में ग्रुप बी और सी की जितनी भी सरकारी वैकेंसी निकलेंगी, कैंडिडेट्स उनकी मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे और उन्हें बार-बार प्री एग्जाम नहीं देना होगा. इसे पास करने के बाद अभ्यर्थियों को केवल मेन्स/शारीरिक परीक्षण/टाइपिंग या कौशल परीक्षा (जो भी लागू हो) में शामिल होना होगा. 

इन पदों के लिए भर सकते हैं फॉर्म

पीईटी स्कोर के आधार पर कैंडिडेट्स उत्तर प्रदेश में राजस्व लेखपाल/चकबंदी लेखपाल/वीडियो/पंचायत सचिव, एग्रीकल्चर असिस्टेंट, अकाउंटेंट और ऑडिटर, गन्ना विभाग में सर्वेयर, लैब तकनीशियन, फॉरेस्ट गॉर्ड, इंस्ट्रक्टर्स व एक्सरे टेकनीशियन के पदों पर निकलने वाली वैकेंसी के लिए आवेदन कर सकते हैं. 

जानें पीईटी परीक्षा का पैटर्न

पीईटी का फुल फॉर्म है प्राइमरी एलिजिबिलिटी टेस्ट है. हिंदी में इसे प्रारंभिक पात्रता परीक्षा कहा जाता है. यह परीक्षा उत्तर प्रदेश सबऑर्डिनेट सर्विस सिलेकेशन कमीशन की ओर से आयोजित की जाती है. अगर आपका पीईटी स्कोर बहुत अच्छा होगा, तो सरकारी जॉब मिलने की संभावना बढ़ जाती है. पीईटी परीक्षा साल में एक बार ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती है. इसमें कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनके जवाब देने के लिए 2 घंटे का समय मिलता है.  

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