प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘कल कर्नाटक और भारत की राजनीति में कुछ हुआ. अचानक एक व्यक्ति आया और उसने घोषणा की कि उसे दूसरों की परवाह नहीं है जो पहले से ही इस कतार में खड़े हैं. सहयोगियों की भी कोई परवाह नहीं.’
Trending Photos
बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने संबंधी बयान पर निशाना साधने के लिए एक किस्सा सुनाया है. पीएम मोदी ने चुनावी रैली में हैरानी जताते हुए कहा कि क्या देश कभी ऐसे 'अपरिपक्व और नामदार' नेता को इस पद के लिये स्वीकार करेगा. राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री बनने की अपनी आकांक्षा जाहिर की थी.
यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘ऐसा नामदार जो अपने गठबंधन सहयोगियों में विश्वास नहीं करता, जो कांग्रेस के अंदरूनी लोकतंत्र की परवाह नहीं करता, जिसका अहंकार सातवें आसमान पर पहुंच गया है और जो खुद यह घोषणा कर रहा है कि वह 2019 में प्रधानमंत्री बनेगा.’ उन्होंने कहा, ‘क्या देश कभी ऐसे अपरिपक्व नामदार नेता को स्वीकार कर पाएगा?’
पीएम मोदी ने इस किस्से के जरिए राहुल गांधी पर साधा निशाना
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'जब किसी गांव में पानी की किल्लत होती है और वहां मंगलवार को तीन बजे पानी का टैंकर आने वाला होता है, तो गांव के लोग सुबह से अपनी बाल्टी रख देते हैं. सारे गांव वाले ईमानदारी के साथ अपनी बाल्टी कतार में लगा देते हैं. गांववालों के बीच इतनी ईमानदारी होती है कि वे बाल्टी रखकर अपने घर चले जाते हैं. उन्हें भरोसा होता है कि उनकी बाल्टी को कोई आगे-पीछे नहीं करेगा. तभी तीन बजे पानी का टैंकर आता है तो गांव का एक दबंग सीना फुलाए हुए हाथों में बाल्टी लेकर आता है और सबसे आगे पानी लेने पहुंच जाता है. यह दबंग और सिरफिरा शख्स अपने फायदे के लिए लोकतंत्र और कानून को तोड़ देता है.'
पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा, 'कल कर्नाटक में हिंदुस्तान की राजनीति में ऐसा ही हुआ. अचानक एक आदमी आया और खुद को प्रधानमंत्री पद का दोवदार घोषित कर दिया. उसने कतार में खड़े सीनियर नेताओं और गठबंधन को नजरअंदाज कर अपनी बाल्टी आगे कर दी कि मैं प्रधानमंत्री बन जाऊंगा.' पीएम मोदी ने कहा कि ये बर्ताव बताता है कि उनके अंदर कितना अहंकार है.
क्या कहा था राहुल गांधी ने
एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने कहा था कि अगर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरती है तो वह प्रधानमंत्री पद स्वीकार करने के लिये तैयार हैं. मोदी ने कहा कि राहुल का यह बयान इस पद के लिये उनकी जगजाहिर लालसा को दर्शाता है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘कल कर्नाटक और भारत की राजनीति में कुछ हुआ. अचानक एक व्यक्ति आया और उसने घोषणा की कि उसे दूसरों की परवाह नहीं है जो पहले से ही इस कतार में खड़े हैं. सहयोगियों की भी कोई परवाह नहीं.’
चुनावी राज्य कर्नाटक में अपने चुनाव प्रचार अभियान के आखिर पड़ाव में मोदी ने कहा, ‘ऐसे कई नेता हैं जो 40 साल से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वह अचानक आये और अपनी दावेदारी रख दी और कहा मैं ही प्रधानमंत्री बनूंगा.’ पीएम ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री रहते हुए मनमोहन सिंह के कार्यकाल में रिमोट कंट्रोल तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास होता था, जबकि उनके चार साल के शासन में रिमोट कंट्रोल जनता के हाथ में है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की संस्कृति, सांप्रदायिकता, जातिवाद, अपराध, भ्रष्टाचार और ठेकेदारी ऐसी छह बीमारियां हैं जो कर्नाटक का भविष्य बर्बाद कर रही हैं. मोदी ने वहां मौजूद जनसमूह से कहा कि अब वक्त आ गया है कि कर्नाटक कांग्रेस को ‘अलविदा’ कहे.