Turmeric News: हल्दी में लेड क्रोमेट, मेटालिन येलो नाम के कैमिकल मिलाए जाते हैं जिसके चलते हल्दी की चमक बढ़ जाती है. चमक देखकर हम सब उसे खरीद तो लेते है, लेकिन ये कभी नहीं सोचते ही उसमें क्या मिला हुआ है.
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DNA की ये खबर 140 करोड़ लोगों से जुड़ी हुई है...क्योंकि हर कोई खाने में हल्दी जरूर डालता है...खाने का टेस्ट बढ़ाना हो, खाने को हेल्दी बनाना हो...खाने को रंग देना हो...हल्दी हर जरूरत को पूरा करती है. हल्दी को दूध में मिला लें तो देसी इम्यून बुस्टर बन जाता है...हल्दी को स्कीन पर लगा ले स्कीन ग्लो करने लगती है...शादी-ब्याह में भी हल्दी की रस्म होती है, जिसमें दुल्हन और दुल्हे को हल्दी लगाते हैं. हल्दी..हेल्दी है...ये बात बड़े बुजुर्ग भी करते है...
लेकिन अमेरिका में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट ने हल्दी को अनहेल्दी बताया है...स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने इसपर एक रिसर्च की..
- भारत, पाकिस्तान और नेपाल से हल्दी के सैंपल कलेक्ट किए गए थे.
- पटना, गुवाहाटी, चेन्नई, इस्लामाबाद, कराची, पेशावर और काठमांडू से सैंपल लिए गए.
- 356 हल्दी के सैंपल लिए गए. जिसमें 7 प्रतिशत में लेड यानि सीसा तय मात्रा से ज्यादा मिला.
- रिसर्च से पता चला की हल्दी में लेड की ओवरडोज कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है.
दरअसल हल्दी में लेड क्रोमेट, मेटालिन येलो नाम के कैमिकल मिलाए जाते हैं जिसके चलते हल्दी की चमक बढ़ जाती है. चमक देखकर हम सब उसे खरीद तो लेते है, लेकिन ये कभी नहीं सोचते ही उसमें क्या मिला हुआ है...इस मिलावट वाली हल्दी का हमारे शरीर पर बुरा असर होता है. भारत में FSSAI के मुताबिक...हल्दी में लेड की अधिकतम मात्रा 10 PPM यानि parts per Million होनी चाहिए. लेकिन रिसर्च में पता चला है कि तय मात्रा से बहुत ज्यादा लेड हल्दी में मिलाया जा रहा है.
- पटना में 12 में से 11 सैंपल में सीसा तय मात्रा से ज्यादा मिला.
- पटना में एक सैंपल में लेड की मात्रा 2,274 माइक्रोग्राम प्रति ग्राम से ज्यादा थी, जो FSSAI की निर्धारित सीमा से 200 गुना ज्यादा है.
- गुवाहाटी में 18 में से दो सैंपल में तय मात्रा से ज्यादा लेड मिला
- चेन्नई में 19 सैंपल में से एक में लेड FSSAI की सीमा से ज्यादा था.
- जबकि 14 शहरों से लिए गए सैंपल में लेड की मात्रा तय मानक से कम मिली.
अब आप सोचिए, जिस हल्दी से हम खाने का स्वाद बढ़ा रहे है, जिस हल्दी को हेल्दी माना जाता है, उसी हल्दी में लेड मिला हुआ है...जो हर रोज़ मार्केट से लोगों के घरों में...और फिर खाने के जरिए इंसान के शरीर में पहुंच रहा है...उससे बीमारी नहीं होगी तो क्या होगी...
- हल्दी में लेड का तय मात्रा से अधिक होना कई बीमारियों का कारण बन रहा है...
- मिलावटी हल्दी से दिल, किडनी की बीमारियां होने का खतरा होता है.
- इसके अलावा बच्चों के सोचनी की शक्ति भी कम हो सकती है.
एक्सपर्ट इसपर कह रहे है कि आप जब भी हल्दी खरीदे तो बहुत ध्यान से खरीदे...कोशिश करे कि हल्दी गांठ वाली खरीदें...ताकि आप उसे पीसवाकर यूज कर सकें, इसमें मिलावट की संभावना ना के बराबर होती है.