Sunscreen During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में सनस्क्रीन लगाना चाहिए या नहीं? मां बनने वाली हैं तो जान लें ये सच
Advertisement
trendingNow12273404

Sunscreen During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में सनस्क्रीन लगाना चाहिए या नहीं? मां बनने वाली हैं तो जान लें ये सच

प्रेग्नेंसी एक खास दौर होता है, जब होने वाली मां अपने और अपने बच्चे की सहेत का हर पहलू ध्यान रखती हैं. सूरज की तेज किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन तो सभी लगाते हैं, लेकिन क्या प्रेग्नेंसी में भी सनस्क्रीन लगाना सुरक्षित है?

Sunscreen During Pregnancy: प्रेग्नेंसी में सनस्क्रीन लगाना चाहिए या नहीं? मां बनने वाली हैं तो जान लें ये सच

प्रेग्नेंसी एक खास दौर होता है, जब होने वाली मां अपने और अपने बच्चे की सहेत का हर पहलू ध्यान रखती हैं. सूरज की तेज किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन तो सभी लगाते हैं, लेकिन क्या प्रेग्नेंसी में भी सनस्क्रीन लगाना सुरक्षित है? इस सवाल का जवाब है - हां, बिल्कुल! बल्कि, प्रेग्नेंसी के दौरान सूरज की किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन और भी जरूरी हो जाता है.

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं की स्किन ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है, जिससे उन्हें हाइपरपिग्मेंटेशन (त्वचा का रंग गहरा होना) जैसी समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है. जिसे 'मेलास्मा' भी कहते हैं. सनस्क्रीन न सिर्फ आपकी स्किन को हानिकारक यूवी किरणों से बचाता है, बल्कि मेलास्मा के धब्बों को भी कम करने में मदद करता है. लेकिन, ध्यान देने वाली बात ये है कि प्रेग्नेंसी के दौरान सभी तरह के सनस्क्रीन नहीं लगाने चाहिए. कुछ खास तत्वों वाले सनस्क्रीन सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं.

कौन सा सनस्क्रीन सुरक्षित है?
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मिनरल सनस्क्रीन सबसे उपयुक्त माने जाते हैं. ये सनस्क्रीन जिंक ऑक्साइड और टाइटेनियम डाइऑक्साइड जैसे मिनरल्स का इस्तेमाल करके स्किन की सतह पर परत बनाकर सूर्य की किरणों को परावर्तित करते हैं. इसके उलटा, केमिकल सनस्क्रीन रसायनिक पदार्थों का उपयोग करके सूर्य की किरणों को अब्जॉर्ब कर लेते हैं. हालांकि, इन कैमिकल के गर्भस्थ शिशु पर प्रभाव को लेकर अभी भी शोध जारी है. इसलिए, एहतियात के तौर पर मिनरल सनस्क्रीन लगाना ही बेहतर है.

किन चीजों का ध्यान रखें?
* SPF 30 या उससे अधिक का सनस्क्रीन चुनें. SPF सूर्य की UVB किरणों से सुरक्षा का लेवल बताता है.
* ब्रॉड स्पेक्ट्रम लेबल वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. यह UVA और UVB दोनों किरणों से बचाता है.
* छोटे क्षेत्र में लगाकर पैच टेस्ट करें. यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्किन में किसी तरह की जलन या एलर्जी न हो.
* हर दो घंटे में और तैराकी या पसीना आने के बाद सनस्क्रीन दोबारा लगाएं.
* होंठों के लिए अलग से सनस्क्रीन लगाएं.

इन बातों का ध्यान रखकर प्रेग्नेंसी के दौरान आप सुरक्षित रूप से सूरज का आनंद ले सकती हैं और स्किन की समस्याओं से बचाव कर सकती हैं. वहीं, हम आपको सलाह देते हैं कि किसी भी नए प्रोडक्ट को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

Trending news