गर्मियों में शरबत का सेवन आहार को संतुलित और ताजगी से भर देता है. यह ठंडा जूस गर्मियों के मौसम में राहत प्रदान करता है और शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है. शरबत गर्मियों में हाइड्रेशन और आराम के लिए एक प्रमुख स्रोत के रूप में माना जाता है.
सत्तू और बेल का शरबत बिहार की गर्मियों की विशेषता हैं. सत्तू ठंडक पहुँचाता है और पौष्टिक होता है, जबकि बेल का शरबत पाचन को सुधारता है और शरीर को ठंडक देता है.
कोकम सोल कढ़ी महाराष्ट्र की गर्मियों की विशेषता है. यह ठंडक प्रदान करती है और पाचन में मदद करती है. कोकम और नारियल दूध से बनी यह पारंपरिक जूस स्वास्थ्यवर्धक मानी जाती है.
बुरांश का जूस और माल्टा का जूस उत्तराखंड की गर्मियों की विशेषता हैं. बुरांश का जूस ठंडक देता है और पोषक होता है,जबकि माल्टा का जूस विटामिन सी से भरपूर होता है.
रागी अंबली कर्नाटक की गर्मियों की विशेषता है. यह पौष्टिक शरबत मंडुआ से बनाया जाता है, जो शरीर को ठंडक देता है और इनर्जी बनाए रखता है.
जिगर ठंडा उत्तर प्रदेश की गर्मियों की विशेषता है. यह शरबत ठंडक और ताजगी देता है, जिसमें दूध, तुकमलंगा, गुलकंद और फालसे के बीज होते हैं.
इमली अमलाना राजस्थान की गर्मियों की विशेषता है. यह शरबत इमली, गुड़ और मसालों से बनाया जाता है, जो ठंडक और ताजगी देता है और पाचन में भी सहायक होता है.
वरियाली शरबत गुजरात की गर्मियों की विशेषता है. यह शरबत सौंफ से बनाया जाता है, जो शरीर को ठंडक, ताजगी, और पाचन को सुधारने में मदद करता है.
गोंधरोज शरबत राजस्थान की गर्मियों की विशेषता है. यह पेय गोंधरोज, खाजूर, गुड़ और मसालों से बनाया जाता है, जो ठंडक और इनर्जी देता है.
ठेकरा टेंगा शरबत असम की गर्मियों की विशेषता है. यह शरबत ठेकरा फल से बनाया जाता है, जो ठंडक और ताजगी देता है, और पाचन को सुधारता है.
आमरस और गन्ने का जूस महाराष्ट्र की गर्मियों की विशेषता है.आम रस स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होता है, जबकि गन्ने का जूस ताजगी और इनर्जी देता है.
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