Heart Blockage Warning Signs: दिल के मरीजों की तादात भारत समेत पूरी दुनिया में काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है, इसलिए आपको सतर्क रहना बेहद जरूरी है. ऐसी ही एक परेशानी है हार्ट ब्लॉक, जो दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम गड़बड़ी के कारण होती है. इसे कंडक्शन डिसऑर्डर भी कहा जाता है. ऐसी दिक्कत तब होती है जब दिल की धड़कनों को कंट्रोल करने वाला इलेक्ट्रिकल सिग्नल आंशिक रूप से ब्लॉक हो जाता है. इससे हार्ट खून को सही तरीके से पंप नहीं कर पाता जिससे दिल की धड़कन धीमी हो जाती है और फिर ये एक मिनट में करीब 40 बार धड़कता है. आइए जानते हैं कि इसके लक्षणों को वक्त रहते कैसे पहचानें.
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर चक्कर आना आम परेशानी है. इसमें ऐसा लगता है कि सिर घूम रहा है और फिर आप किसी काम में ध्यान नहीं लगा पाते. ऐसी स्थिति को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, वरना स्थिति खतरनाक हो सकती है.
आमतौर हमारा दिल एक मिनट में 70 से 100 बार धड़कता है, लेकिन अगर यही हार्ट बीट 40 से भी कम हो जाए, तो शरीर में खून और ऑक्सीजन की कमी हो जाएगी और फिर कमजोरी और बेहोशी महसूस होगी, क्योंकि बॉडी को जो एनर्जी चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है.
जाहिर सी बात है कि अगर हमारी हार्ट बीट नॉर्मल रेट से काफी कम हो जाएगी तो सांस लेने में भी तकलीफ होगी. ऐसे में लोग काफी घबरा जाते हैं, इसलिए जल्द से जल्द उन्हें अस्पताल ले जाकर इलाज कराएं, वरना हालात बिगड़ सकते हैं.
दिल की ज्यादातर बीमारियों में सीने में दर्द होना कॉमन है, इसकी वजह ब्लॉकेज होना. जब आपको ऐसी मेडिकल कंडीशन का सामना करना पड़े तो घबराने के बजाए संयम रखें और फौरन कार्डियोलॉजिस्ट से संपर्क करें.
जब आपकी हार्ट बीट का रेट सही नहीं होगा और बॉडी को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलेगा तो आपको फिजिकल एक्टिविटीज में दिक्कत आएगी. खासकर आप नॉर्मल एक्सरसाइज भी सही तरीके से नहीं कर पाएंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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