'Who Cares' एक ऐसा मंच है जहां पर लोगों को उनकी मानसिक समस्याओं को सुलझाने के लिए कुछ बातें बताई जाती हैं.
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नई दिल्ली: सफल और खुशहाल जिंदगी जीने के लिए खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत और स्वस्थ रखना बेहद जरूरी होता है. जहां, इस मुश्किल वक्त में हर कोई अपनी जिंदगी से लगाई हुई उम्मीदों को टूटते हुए देख अवसाद के घेरे में गिरता चला जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ प्रशांत उरणकर जैसे लोग भी हैं जो इस मुश्किल वक्त में सोशल मीडिया का सहारा लेकर 'Who Cares' नामक मंच के माध्यम से उन लोगों की जिंदगी में उम्मीद की किरण को फिर से रोशन करने का हर संभव प्रयास कर रहें हैं, जो भावनात्मक और मानसिक रूप से बीमार हैं. 'Who Cares' एक ऐसा मंच है जहां पर लोगों को उनकी मानसिक समस्याओं को सुलझाने के लिए कुछ ऐसी बातें बताई जाती है. जिससे कि वह एक बार फिर अपनी जिंदगी को सकारात्मक नजरिए से जी पायें और राह में आने वाली किसी भी समस्या को बिना हताश व उदास होकर उससे बाहर निकलने पर विचार करें.
प्रशांत उरणकर पुणे के रहने वाले हैं. उनका मानना है कि अगर हम मानसिक और भावनात्मक रूप से कमजोर हैं तो हम जिंदगी में आने वाली किसी भी चुनौती, असफलता से हारकर आत्महत्या का रास्ता चुनते हैं. परंतु, जिंदगी का दूसरा नाम चुनौती है और हमें बिना किसी डर के सकारात्मक रवैया अपनाते हुए उन लोगों और चीजों का सामना करना होगा; जो हमें हर वक्त परेशान या कमजोर बनाती हैं. हमें अपने मन के अंदर उमड़ने वाले हर तूफान व स्थिति पर नियंत्रण पाना होगा और अपने आसपास हर किसी को जो जैसा है उसे वैसा ही अपनाने की कोशिश करनी होगी. दरअसल, हम जितना अधिक चुनौतियों को स्वीकार करेंगे; हम उतना ही मानसिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनेंगे.
इसी तरह की सकारात्मक और मोटिवेशनल बातें को उन्होंने अपने सोशल मीडिया मंच 'Who Cares' पर बेहद खूबसूरत तरीके से बयां किया है. जिसे पढ़ने के बाद काफ़ी सारे मानसिक और भावनात्मक रूप से कमजोर लोगों की जिंदगी में बदलाव आया है. इस कठिन समय में भी उनके इस सकारात्मक रवैये को देख उन्हें उनकी सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ढेर सारे लोगों का प्यार मिला है. बता दें, फेसबुक पर उन्हें 6.9 मिलियन लोग फॉलो करते हैं और इंस्टाग्राम पर उनके करीबन 195 हजार फॉलोअर्स हैं.
उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने और उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए डिजिटल की दुनिया का सहारा लिया और इसमें सफलता भी उनके कदम चूम चुकी है. दूसरों की भावनात्मक और मानसिक स्तर पर मदद करने की उनकी यह यात्रा तो दिन भर दिन आगे बढ़ते हुए कई लोगों की जिंदगी के अंधेरे को रोशनी में भी तब्दील करते हुए जा रही है.