Lack of Sleep: चलने का तरीका बता देता है, पूरी नहीं हो रही आपकी नींद, जानें कैसे
Advertisement

Lack of Sleep: चलने का तरीका बता देता है, पूरी नहीं हो रही आपकी नींद, जानें कैसे

Lack of Sleep: अगर आपकी नींद पूरी नहीं हो रही, तो इसका असर आपके चलने के तरीके पर भी पड़ता है. हाल में की गई एक स्टडी में ये बात सामने आई है. 

Lack of Sleep: चलने का तरीका बता देता है, पूरी नहीं हो रही आपकी नींद, जानें कैसे

नई दिल्ली: अगर आपकी नींद पूरी नहीं हो रही, तो इसका असर आपके चलने के तरीके पर भी पड़ता है. हाल में की गई एक स्टडी में ये बात सामने आई है. इस स्टडी में कुछ स्टूडेंट वॉलेंटियर्स को शामिल किया गया था, जिन्हें ट्रेडमिल पर चलाकर देखा गया. ट्रेडमिल टेस्ट में सामने आया कि जो स्टूडेंट्स कम देर के लिए सोए या जिनकी नींद पूरी नहीं हुई, वो ट्रेडमिल पर ठीक से चल नहीं पाए. 

  1. नींद पूरी न होने का असर आपके चलने के तरीके पर पड़ता है.
  2. अगर आप रात को ठीक से नहीं सोए हैं तो चलने में आपको दिक्कत महसूस होगी. 
  3. कोशिश करें कि हफ्ते में कम से कम दो दिन नींद की इस कमी पूरा करें.

चलने में महसूस हुई दिक्कत

ब्राजील में यूनिवर्सिटी ऑफ साओ पाउलो और एमआईटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि नींद पूरी न होने का असर आपके चलने के तरीके पर पड़ता है, और अगर आप रात को ठीक से नहीं सोए हैं तो चलने में आपको दिक्कत महसूस होगी. 

शोधकर्ताओं के मुताबिक, जो स्टूडेंट्स जितना कम सोए, ट्रेडमिल टेस्ट में चलने के दौरान उन्हें उतनी ही दिक्कत महसूस हुई. वहीं जिन स्टूडेंट्स को रात में अच्छी नींद आई, उन्हें चलने में ऐसी समस्या नहीं आई. 

डिपार्टमेंट ऑफ मेडिकल इंजीनियरिंग के प्रिंसिपल रिसर्च साइंटिस्ट Hermano Krebs ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि सभी ऑटोमैटिक एक्टीविटीज जैसे चलने पर नींद का असर पड़ता है, लेकिन कुछ मामलों में ऐसा देखा गया है.

रेगुलर स्लीप को पूरा करें

इसके साथ ही Hermano Krebs का कहना है कि अगर आप रोजाना 6 घंटे ही सो पाते हैं, तो कोशिश करें कि हफ्ते में कम से कम दो दिन नींद की इस कमी पूरा करें और इन दो दिनों में भरपूर नींद लें. ऐसे लोग जो शिफ्ट में काम करते हैं, मेडिकल प्रोफेशनल हैं या मिलिट्री से जुड़े हैं, उन्हें ऐसा जरूर करना चाहिए जिससे वो अपनी रेगुलर स्लीप को पूरा कर सकें. इससे उन्हें अपने चलने के तरीके पर कंट्रोल करने में मदद मिलेगी. चलने पर नींद के प्रभाव से जुड़ी ये स्टडी साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुई है.

स्लीप पैटर्न पर असर

जिन स्टूडेंट्स को इस स्टडी में शामिल किया गया था उन्हें 14 दिन तक उनकी एक्टिविटी को ऑब्जर्व करने के लिए कहा गया. इसे ट्रैक करने के लिए उन्हें एक वॉच दी गई थी. इससे शोधकर्ताओं को ये जानने में मदद मिली कि स्टूडेंट्स रोज कितनी देर सो रहे और कितनी देर एक्टिव थे. 

इसके लिए स्टूडेंट्स के नैचुरल स्लीप पैटर्न को भी रिकॉर्ड किया गया. इसमें ऐसे भी स्टूडेंट्स थे ​जो पूरे हफ्ते तो पर्याप्त नींद नहीं ले सके, लेकिन वीकेंड  में आराम कर उन्होंने अपनी नींद में हो रही इस कमी को पूरा करने की कोशिश की.

सुबह खाली पेट कभी न खाएं ये फल, खा लिया तो पूरे दिन रहेंगे परेशान

वैज्ञानिकों ने पाया कि इस तरह नींद पूरी करने वाले लोगों को ट्रेडमिल पर चलने में उतनी दिक्कत महसूस नहीं हुई, लेकिन जो लोग बिल्कुल कम सोए, उनके चलने पर नींद न पूरी होने का असर दिखा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news