स्ट्रेस लेना सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. अगर आप ज्यादा स्ट्रेल लेते हैं तो इससे आपको कई प्रकार की बीमारी हो सकती है. इसमें पेट का अल्सर भी शामिल है. तो चलिए जानते हैं कि इसका होम्योपैथिक ट्रीटमेंट क्या है.
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नई दिल्ली: सभी जानते हैं कि स्ट्रेस लेना सेहत के लिए सही नहीं है. इसके बाद भी न चाहते हुए आजकल के लाइफस्टाइल में ज्यादातर लोग स्ट्रेस में रहते है. ज्यादा स्ट्रेस लेने से आपको पेट में अल्सर भी हो सकता है. हालांकि, होम्योपैथिक ट्रीटमेंट से पेट के अल्सर में छुटकारा मिल सकता है. तो चलिए जानते हैं कि होम्योपैथिक तरीके से कैसे पैट के अल्सर को ठीक किया जा सकता है.
दरअसल, शरीर के अंदर छोटी आंत के म्यूकल झिल्ली पर छाले या घाव की समस्या को गैस्ट्रिक अल्सर कहा जाता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह पेट में अधिक मात्रा में एसिड होने, धूम्रपान या नशीले पदार्थों का सेवन, स्टीरॉयड्स के अधिक सेवन, अनुवांशिक कारण, अधिक स्ट्रेस लेने और गलत खानपान की वजह से हो सकता है. अल्सर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग दिखाई देते हैं और कई बार दिखाई नहीं भी देते हैं. पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, सूजन, भूख में कमी, पेट में जलन, मतली, उल्टी इसके मुख्य लक्षण हैं. हालांकि, इस समस्या का हल होम्योपैथिक ट्रीटमेंट से दूर किया जा सकता है.
- पेट के अल्सर से बचने के लिए शारीरिक गतिविधि को दिनचर्या में जोड़ने से न केवल स्ट्रेस को दूर किया जा सकता है बल्कि नियमित व्यायाम भी करना चाहिए.
- शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ पैदल चलना, सुबह शाम वॉक भी किया जा सकता है.
- तनाव को दूर रखने के लिए पूरी नींद लेना भी जरूरी है. डॉक्टर्स मानते है कि एक स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम 8 से 9 घंटे की नींद लेना जरूरी है.
- मेडिटेशन को भी अपनी दिनचर्या में जोड़ सकते हैं. इससे न केवल स्ट्रेस को दूर किया जा सकता है बल्कि उलझन, बेचैनी आदि मानसिक समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है.
- व्यक्ति को संतुलित आहार खाना चाहिए. अल्सर होने पर मसालेदार खाना, चटनी, चॉकलेट, प्याज नहीं खानी चाहिए.
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. यह किसी भी तरह से किसी दावे या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता. ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.)