बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट: कांग्रेस के सामने बीजेपी को इस सीट पर पहली जीत की तलाश
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बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट: कांग्रेस के सामने बीजेपी को इस सीट पर पहली जीत की तलाश

लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से अश्‍वत नारायण को अपना उम्‍मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने यहां से दो बार जीत हा‍सिल कर चुके डीके सुरेश को मैदान में उतारा है. डीके सुरेश ने 2013 के उपचुनाव में कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी की पत्‍नी को हराया था.

कांग्रेस उम्‍मीदवार डीके सुरेश और बीजेपी उम्‍मीदवार अश्‍वत नारायन गौड़ा.

बेंगलुरु: बेंगलुरु ग्रामीण सीट 2008 में अस्‍त‍ित्‍व में आई. तब से लेकर अब तक इस सीट पर 3 चुनाव हो चुके हैं, लेकिन इसमें एक बार भी बीजेपी को जीत नसीब नहीं हुई. लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट से अश्‍वत नारायण को अपना उम्‍मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस ने यहां से दो बार जीत हा‍सिल कर चुके डीके सुरेश को मैदान में उतारा है. डीके सुरेश ने 2013 के उपचुनाव में कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी की पत्‍नी को हराया था. 2014 में भी वह इस सीट को अपने नाम कर चुके हैं. लेकिन बीजेपी के अश्‍वत को भरोसा है इस बार जनता उनका साथ देगी.

2009 में इस सीट पर पहली बार चुनाव हुए थे. तब एचडी कुमारस्‍वामी ने बीजेपी के सीपी योगेश्‍वर को करीब 1.3 लाख वोट के मार्जिन से हराया था. 2013 में इस सीट पर उपचुनाव हुए. तब कुमारस्‍वामी की पत्‍नी अनिता इस सीट पर जेडीएस की उम्‍मीदवार बनीं. लेकिन तब कांग्रेस के डीके सुरेश ने उन्‍हें 1.37 लाख वोट से हरा दिया. 2014 के चुनाव में डीके सुरेश ने बीजेपी के मुनिराजू गौड़ा पी को करीब 2.31 लाख वोट से हरा दिया. अब लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव में डीके सुरेश और अश्‍वत नारायन आमने सामने हैं.

इन चीजों के लिए जाना जाता है बेंगलुरु ग्रामीण
बेंगलुरु ग्रामीण का ये क्षेत्र अपने तेजी से बढ़ते आईटी क्षेत्र और खेती के लिए जाना जाता है. यहां पर रागी, चावल और मूंगफली के लिए खास पहचान रखता है. इस लोकसभा सीट में 8 विधानसभा सीटें आती हैं. इस सीट से इस बार 15 उम्‍मीदवार मैदान में हैं. इनमें 9 अलग अलग दलों का प्रतिनिधि‍त्‍व करने वाले हैं. वहीं छह उम्‍मीदवार निर्दलीय हैं.

कौन हैं डीके सुरेश
डीके सुरेश कर्नाटक की राजनीति में बड़ा चेहरा हैं. इसके पीछे वजह है उनके भाई डीके शिवकुमार. वह कांग्रेस का बड़ा वोक्‍कालिगा चेहरा हैं. एक साल पहले विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, तब डीके शिवकुमार ने ही कांग्रेस विधायकों को टूटने से बचाया और कांग्रेस जेडीएस की सरकार बनवाई थी. इस समय वह कर्नाटक में कांग्रेस का बड़ा चेहरा हैं. डीके सुरेश की कुल संपत्‍त‍ि 338 करोड़ रुपए से ज्‍यादा है.

अश्‍वत नारायण गौड़ा
बीजेपी के एमएलसी रह चुके हैं. वर्तमान में राज्‍य में पार्टी प्रवक्‍ता हैं. कृषि और बिजनेस बैकग्राउंड से आते हैं. डीके सुरेश ही तरह वोक्‍कालिगा समुदाय से ताल्‍लुक रखते हैं. उनकी कुल संपत्‍त‍ि 29 करोड़ है.

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