छठे चरण का चुनाव प्रचार खत्‍म, 12 मई को अखिलेश, ज्‍योति‍रादि‍त्‍य और गंभीर के भाग्य का फैसला
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छठे चरण का चुनाव प्रचार खत्‍म, 12 मई को अखिलेश, ज्‍योति‍रादि‍त्‍य और गंभीर के भाग्य का फैसला

उत्तर प्रदेश की 14 सीटों सहि‍त 7 राज्‍य की 59 सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दिल्‍ली की 7 सीटों पर भी वोट पड़ेंगे. इसके अलावा यूपी की 14, मध्‍यप्रदेश और बंगाल की 8 और हरियाणा की सभी 10 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.

छठे चरण का चुनाव प्रचार खत्‍म, 12 मई को अखिलेश, ज्‍योति‍रादि‍त्‍य और गंभीर के भाग्य का फैसला

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम को खत्‍म हो गया. उत्तर प्रदेश की 14 सीटों सहि‍त 7 राज्‍य की 59 सीटों पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे. इस चरण में दिल्‍ली की 7 सीटों पर भी वोट पड़ेंगे. इसके अलावा यूपी की 14, मध्‍यप्रदेश और बंगाल की 8 और हरियाणा की सभी 10 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, बीजेपी के दि‍ल्‍ली में उम्‍मीदवार गौतम गंभीर, मध्‍यप्रदेश में कांग्रेस उम्‍मीदवार ज्‍योति‍रादित्‍य सिंधिया और दिग्‍व‍िजय सिंह जैसे दिग्गजों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा.

छठे चरण में जिन सीटों के लिए मतदान होना है, उनमें सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही शामिल हैं. इनमें से आजमगढ़, सुलतानपुर, फूलपुर और प्रयागराज देश की नजरें हैं.

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बार आजमगढ़ चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से उनके पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 2014 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद जीत दर्ज कराई थी. इस बार सपा को बसपा का भी साथ है, जिसके कारण सपा की जीत का अंतर बढ़ सकता है. वहीं भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अखिलेश के मुकाबले के लिए भोजपुरी कलाकार दिनेश लाल निरहुआ को चुनाव मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने यहां से अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है.

सुलतानपुर से इस बार केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी चुनाव मैदान में है. पिछली बार इस सीट से मेनका के पुत्र वरुण गांधी ने जीत दर्ज की थी. मां-बेटे ने इस बार सीटों की अदला-बदली कर ली है. मेनका के खिलाफ गठबंधन की ओर से चन्द्रभान सिंह यादव मैदान में हैं. तो कांग्रेस ने संजय सिंह को यहां से चुनाव लड़कार मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास किया है.

इलाहाबाद लोकसभा सीट से सांसद श्यामाचरण गुप्ता के सपा में चले जाने से भाजपा ने यहां से योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीदवार बनाया है. अभी हाल में हुए कुंभ का श्रेय लेने के लिए भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है, जबकि सपा ने पिछड़ा कार्ड खेलते हुए राजेन्द्र पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है. कभी भाजपा से चुनाव लड़ चुके योगेश कांग्रेस के टिकट पर मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के प्रयास में हैं.

फूलपुर सीट पर भी सभी की निगाहें हैं. 2014 के चुनाव में मोदी लहर में यहां से प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने जीत दर्ज की थी. इस सीट पर भाजपा की यह पहली जीत थी, लेकिन उपचुनाव में गठबंधन ने भाजपा से यह सीट छीन ली थी. इस पर भाजपा ने केशरी देवी पटेल को चुनाव मैदान में उतारा है, तो गठबंधन के उम्मीदवार पंधारी यादव हैं. कांग्रेस ने दिवंगत सोनेलाल पटेल के दामाद पंकज निरंजन को टिकट देकर लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है.

मप्र की इन सीटों पर मतदान
मप्र में लोकसभा की 29 सीटें हैं. इनमें से 13 सीटों पर दो चरणों में मतदान हो चुका है. आगामी 12 मई को आठ संसदीय सीटों -भिंड, मुरैना, ग्वालियर, गुना, राजगढ़, सागर, भोपाल और विदिशा- में मतदान होना है. इनमें सिर्फ गुना संसदीय क्षेत्र ऐसा है, जिस पर कांग्रेस का कब्जा है. बाकी सभी सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार पिछले चुनाव में जीते थे.

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