लोकसभा चुनाव 2019: वालसाड में कांग्रेस-बीजेपी के बीच होगी कड़ी टक्कर, जीतने वाली पार्टी बनाती है सरकार
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लोकसभा चुनाव 2019: वालसाड में कांग्रेस-बीजेपी के बीच होगी कड़ी टक्कर, जीतने वाली पार्टी बनाती है सरकार

वालसाड में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने कई बार जीत हासिल की है.

वालसाड में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है.

वालसाडः गुजरात के वालसाड लोकसभा सीट पर 1957 में पहली बार चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. वालसाड सीट को पहले बुलसर सीट से जाना जाता था. इस लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत डांग, वलसाड, उमरगांव, वांसडा, पर्डी, धरमपुर, कपराडा विधानसभा सीट आती हैं. ऐसा माना जाता है कि जो पार्टी यहां से जीतती है वह केंद्र में सरकार बनाती है.

वालसाड सीट पर 1991 तक कांग्रेस का यहां राज रहा है. हालांकि इस बीच दो बार जनता दल ने जीत हासिल की थी. नानूभाई पटेल ने यहां से पहली बार सांसद रहे 1971 तक कांग्रेस से चुनाव लड़े थे और 1977 में वह जनता दल से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी. वह पांच बार वालसाड से सांसद रहे. हालांकि 1996 से यहां बीजेपी ने जीत हासिल की थी.

1996 से लेकर 1999 तक बीजेपी के उम्मीदवार मनीभाई चौधरी ने लगातार तीन बार जीत हासिल की थी. जबकि 2004 और 2009 में किशनभाई पटेल ने दो बार लगातार कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. 2014 के चुनाव में किशनभाई पटेल को केसी पटेल ने हराया था. केसी पटेल ने किशनभाई पटेल को यहां तीसरी बार जीतने से रोक दिया था.

वहीं, बीजेपी ने केसी पटेल को वालसाड से फिर मौका दिया है. वहीं, कांग्रेस ने जीतू चौधरी को मैदान में उतारा है. इस बार वालसाड सीट पर दिलचस्प मुकाबला होनेवाला है. वालसाड सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. माना जाता है कि यहां जिस पार्टी की जीत होती है वही, केंद्र में सरकार बनाती है. पिछले चुनाव कई चुनाव में यह समीकरण देखने को मिला है.

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