लोकसभा चुनाव : बांका में आज नॉमिनेशन की बहार, पुतुल सिंह निर्दलीय भरेंगी पर्चा
Advertisement

लोकसभा चुनाव : बांका में आज नॉमिनेशन की बहार, पुतुल सिंह निर्दलीय भरेंगी पर्चा

बांका संसदीय सीट पर दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. 

पुतुल सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भर रही हैं. (फाइल फोटो)

बांका : सोमवार को बांका संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशियों के नामांकन को लेकर घमासान होने वाला है. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) उम्मीदवार गिरधारी यादव और टिकट नहीं मिलने से नाराज पुतुल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नॉमिनेशन करेंगी. इसके अलावा बहुजन समा पार्टी (बीएसपी) के रफीक आलम भी पर्चा भरेंगे.

बांका संसदीय सीट पर दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. समाहरणालय स्थित डीएम सह निर्वाची पदाधिकारी कुंदन कुमार के कार्यालय में 11 बजे से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. आसपास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. नामांकन से संबंधित सभी प्रक्रिया की बारीकी से जांच और सहयोग के लिए बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मी को तैनात कर दिया गया है.

नामांकन की प्रक्रिया में डीएम के सहयोग के लिए डीपीआरओ रंजन कुमार चौधरी के अलावा तीन जानकार कर्मियों की ड्यूटी लगी है. इसके अलावा सहायक निर्वाची पदाधिकारी भी नामांकन प्रक्रिया के दौरान मौजूद रहेंगे. नामांकन कक्ष के बाहर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. पूरे नामांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी जाएगी.

महागठबंधन के उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव, एनडीए उम्मीदवार गिरधारी यादव, बीएसपी उम्मीदवार रफीक आलम और एनडीए ने नाराज चल रही बीजेपी की बागी उम्मीदवार पुतुल सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरेंगी. पुतुल सिंह का कहना है कि एनडीए से जिनको टिकट मिला है वे प्रधानमंत्री के विचारधारा के अनुरूप नहीं हैं. इसलिए मैंने फैसला किया कि निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नमांकन करूंगी और प्रधानमंत्री के हाथ को मजबूत करूंगी. पुतुल सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी हैं.

वहीं, कटोरिया के पूर्व विधायक पप्पू यादव भी नॉमिनेशन करेंगे. उनका कहना है कि आजादी के बाद आज तक बांका का कोई भी सांसद नहीं बना है, इसलिए 'बाहरी भगाओ, बांका बचाओ' का नारा देकर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नॉमिनेशन करेंगे. उनका कहना है कि बाहरी लोगों के सांसद बनने के कारण बांका का विकास संभव नहीं हो सका है.

Trending news