मायावती ने यह भी कहा कि मैं चप्पल उतारकर ही मंच पर आती हूं. आरएसएस, पूंजीवादियों को जरूर सत्ता से बाहर भेजना है. चौकीदारी की ये नई नाटकबाजी इन्हें नहीं बचा पाएगी.
Trending Photos
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 (lok sabha elections 2019) के तहत दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल को है. इसके मद्देनजर बसपा प्रमुख मायावती ने बुलंदशहर में चुनावी रैली की. इसमें उन्होंने आह्वान किया, 'हमें अली और बजरंगबली दोनों चाहिए क्योंकि वह दलित समाज से हैं. हमारे अली भी है और बजरंगबली भी हैं.' उन्होंने कहा कि ये जाति की पहचान भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है, हमने नहीं.
मायावती ने इस दौरान यह भी कहा कि मैं चप्पल उतारकर ही मंच पर आती हूं. आरएसएस, पूंजीवादियों को जरूर सत्ता से बाहर भेजना है. चौकीदारी की ये नई नाटकबाजी इन्हें नहीं बचा पाएगी. छोटे बड़े चौकीदार कितनी ही ताकत क्यों न लगा लें. वोट डालने जाएं तो कोई आपकी जाती पूछे तो उसको जाति नहीं बतानी है. आप लोग बोल देना जाति का क्या लेना है. आप जाति बताने को अवॉइड करना. हवा हवाई घोषणा पत्रों के बहकावे में नहीं आना है.
मायावती ने कहा कि खाना बाद में खाना लेकिन पहले वोट डालने जाना. नरेंद्र मोदी ईमानदार और गंभीर होते तो इन्हें चुनाव घोषित होने से पहले ही इन्हें पूरा करना चाहिए था. बल्कि इन्होंने धन्नासेठों को मालामाल किया और इनकी चौकीदारी में ही लगे रहे.
कांग्रेस भी प्रलोभन भरे वायदे कर रही है. इस चुनाव में, कांग्रेस ने देश के अति गरीबों को 6000 देने की जो बात कही है, उससे गरीबी का हल होने वाला नहीं है. मायावती ने कहा था कि अगर हमारी सरकार बनती है तो हमारी सरकार अति गरीबों को सरकारी व प्राइवेट सेक्टर में नौकरी देने का काम करेगी.
उन्होंने कहा कि सरकार आने पर पश्चिम यूपी का और बुलन्दशहर का विशेष ध्यान रखा जाएगा. क्योंकि यहां से मैने पहले उपचुनाव भी लड़ा है. मुझे आप लोग अपनी पार्टी का नेता मानते हैं तो आप अपने घर में खाना बाद में खायेंगे. सुबह उठते ही अपने बूथों पर लाइन लगाकर वोट देना है. आपको वोट के लिए जाते समय आपको पुलिस प्रशासन के लोग उलझा सकते है. लड़ाई नही करनी है. मेरे लिए भी उल्टा सीधा बोल सकते हैं पर आपको कुछ नहीं बोलना है चुपचाप अपना वोट डालना है. आप लोगों को पुलिस और बीजेपी के लोग कुछ भी कहें अपना वोट डालना है. लड़ाई नही करनी है. बाकी इनको मैं देख लूंगी.