इन चुनावों में मोदी लहर उन सीटों पर भी अपना कब्जा जमाने में कामयाब रही, जो कांग्रेस के पूर्वजों के खाते में जाती रही हैं. जब पूरे देश में एक बार फिर मोदी लहर चल रही थी, उस वक्त एक राजनेता भी था, जो धरती पुत्र कहलाया और एक बार फिर राज्य की सत्ता पर आसीन होने के लिए तैयार है.
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नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों में एक बार फिर केंद्र की सत्ता पर आसीन होने के लिए एनडीए की सरकार तैयार है. 2014 की तरह 2019 में एक बार फिर मोदी लहर ने लोगों पर जादू किया और उनका विजयी रथ पूरे देश में सरपट दौड़ता रहा. इन चुनावों में मोदी लहर उन सीटों पर भी अपना कब्जा जमाने में कामयाब रही, जो कांग्रेस के पूर्वजों के खाते में जाती रही हैं. जब पूरे देश में एक बार फिर मोदी लहर चल रही थी, उस वक्त एक राजनेता भी था, जो धरती पुत्र कहलाया और एक बार फिर राज्य की सत्ता पर आसीन होने के लिए तैयार है.
जी हां, यह नाम कोई और नहीं बल्कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का है. मोदी लहर में भी ओडिशा के लोगों ने नवीन पटनायक पर भरोसा जताया और उनकी पार्टी ने वोटों की गिनती में बहुमत का आंकड़ा छुआ.
आंकड़ों से समझिए किस पार्टी को मिलेंगी कितनी सीटें
पांचवीं बार सीएम बनेंगे नवीन पटनायक
बीजद राज्य विधानसभा की 146 सीटों में से 115 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. पटनायक ने उस देशव्यापी रुझान पर भी अपनी बढ़त साबित की जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) देश के अधिकांश हिस्सों में बड़े अंतर से जीत दर्ज करती दिखाई दे रही है. पटनायक पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु और सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग के बाद लगातार पांचवीं बार सत्ता में बने रहने वाले देश के तीसरे मुख्यमंत्री होंगे. वर्तमान में देश में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री चामलिंग हैं. बीजद प्रमुख वर्ष 2000 में भाजपा के साथ गठबंधन कर सत्ता में आए थे. उसके बाद से वह पार्टी की स्थिति में सुधार के साथ-साथ लगातार हर चुनावों में जीत दर्ज करते आए हैं. राज्य के पिछले तीन बार के विधनसभा चुनावों में बीजद ने अपनी स्थिति को सुधारा है.