भैयाजी जोशी ने जी मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव होने दीजिए. हम देख रहे हैं.
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भोपाल : लोकसभा चुनाव को लेकर मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) ने मैदान संभाल लिया है. संघ के सर सह कार्यवाहक भैयाजी जोशी एमपी बीजेपी के नेताओं के साथ मैराथन बैठक कर रहे हैं. इसकी बड़ी वजह भोपाल लोकसभा से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया जाना है. जोशी संघ कार्यालय समिधा में मौजूद रहे और संघ पदाधिकारियों समेत बीजेपी के सभी बड़े नेताओं से चुनावी तैयारियों पर मंत्रणा करते नजर आए.
इस दौरान भैयाजी जोशी ने जी मीडिया से एक्सक्लूसिव बातचीत में दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव होने दीजिए. हम देख रहे हैं. बीजेपी सभी सीटों पर अपनी तैयारी कर रही है. पूरी तैयारी और रणनीति के साथ उतरेंगे.
संघ और बीजेपी में सबसे ज्यादा मंथन यदि किसी सीट को लेकर हो रहा है तो वो भोपाल है, जिस पर कांग्रेस ने दिग्विजय को उम्मीदवार बनाया है. दिग्विजय को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद संघ प्रदेश के सियासी समीकरणों को समझाना चाहता है. संघ की सोच यह है क्या कांग्रेस ने दिग्विजय को उम्मीदवार बनाकर अल्पसंख्यक सीटों पर अल्पसंख्यकों को संदेश दिया है. दरअसल, दिग्विजय को उम्मीदवार बनाए जाने से कई सीटों पर ध्रुवीकरण की स्थिति है. इस बात को बीजेपी के स्थानीय नेता मानते हैं. संघ इन्हीं सब मामलों को लेकर बैठक कर रहा है.
भैयाजी जोशी ने संघ कार्यालय में प्रदेश बीजेपी से जुड़े सभी बड़े नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों पर अलग-अलग बैठक की. सभी नेताओं के साथ जोशी की चर्चा में चुनावी तैयारियों पर मंथन हुआ. जिन नेताओं के साथ जोशी की चर्चा हुई उनमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्र, संगठन महामंत्री सुहास भगत शामिल थे. इतना हा नहीं उन्होंने सभी नेताओं को 40 मिनट का वक्त दिया था और चुनावी तैयारियों पर चार्चा की.
बीजेपी और संघ के मजबूत किलों में एक माने जाने वाले इंदौर, भोपाल और ग्वालियर की सीटों को लेकर संघ की तरफ से भैयाजी जोशी ने पार्टी के नेताओं से बात की और संभावित चेहरों में से बेहतर विकल्प पर चर्चा की. बीजेपी में तीनों सीटों पर चेहरों की तलाश जारी है. इंदौर में जहां सुमित्रा महाजन के नाम पर बीजेपी फैसला नहीं कर पा रही है वहीं, भोपाल में भी दिग्विजय के सामने शिवराज के नाम का ऐलना नहीं हुआ है. दूसरी तरफ ग्वालियर में भी बीजेपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद लोकसभा के लिए मजबूत उम्मीदवार तलाश रही है, जिससे प्रदेश के बड़े इलाकों में संदेश दिया जा सके.