‘पूर्वी एशिया की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रहेगी’
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‘पूर्वी एशिया की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रहेगी’

विकासशील पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार धीमी है और 2012 के दौरान इस क्षेत्र में 7.6 फीसद वृद्धि होने का अनुमान है, जबकि 2011 में इसकी वृद्धि दर 8.2 फीसद रही थी।

बीजिंग : विकासशील पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार धीमी है और 2012 के दौरान इस क्षेत्र में 7.6 फीसद वृद्धि होने का अनुमान है, जबकि 2011 में इसकी वृद्धि दर 8.2 फीसद रही थी। यह बात विश्वबैंक की एक रपट में कही गई। इसमें कहा गया कि हालांकि इस क्षेत्र में वैश्विक संकट के बाद वृद्धि कम हुई है और चीन के कारण इस क्षेत्र की सकल वृद्धि में कमी आ रही है।
विश्वबैंक ने कहा कि वैश्विक नरमी जारी रहने के बीच इस क्षेत्र को निर्यात पर अपनी निर्भरता कम करने और वृद्धि के नए स्रोत ढूंढने की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया कि क्षेत्र की वृद्धि की विशिष्टता गरीबी कम होने के रुप में सामने आएगी। दो डालर प्रति दिन से कम पर जीने वाले लोगों की संख्या घटकर 2.4 करोड़ रह जाने की उम्मीद है।
विश्व बैंक की उपाध्यक्ष (पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र) पामेला कॉक्स ने कहा कि पिछले दशक में पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्र में गरीबी में जीने वालों की संख्या पहले के मुकाबले घटकर आधी रह गई। रिपोर्ट में कहा गया कि इस सफलता के बावजूद क्षेत्र के करीब एक तिहाई यानि लगभग आधे अरब पुरुष-महिला और बच्चे गरीबी में जी रहे हैं।
बैंक ने आज जारी विज्ञप्ति में कहा कि अनिश्चित वैश्विक माहौल में वृद्धि के ऐसे नए स्रोत तैयार करने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत होगी जिससे सभी को मौके मिलेंगे। विश्व के सबसे अधिक वृद्धि दर्ज करने वाले क्षेत्र के तौर पर देखे जाने वाले पूर्वी एशिया क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले साल 8.2 फीसद रही जो 2010 में दर्ज 10 फीसद की वृद्धि दर से बहुत कम है।

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