‘तिब्बत के लिए मध्य मार्ग सबसे बेहतर’
Advertisement

‘तिब्बत के लिए मध्य मार्ग सबसे बेहतर’

तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने कहा है कि चीन के इस आरोप के बावजूद कि वह तिब्बत में अशांति फैलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं, वह तिब्बत की स्वायत्तता के लिए अपने अहिंसक आंदोलन के रास्ते को नहीं छोड़ेंगे।

शिकागो : तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने कहा है कि चीन के इस आरोप के बावजूद कि वह तिब्बत में अशांति फैलाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं, वह तिब्बत की स्वायत्तता के लिए अपने अहिंसक आंदोलन के रास्ते को नहीं छोड़ेंगे। चीनी प्रशासन के खिलाफ वर्ष 2011 में शुरू हुए विरोध के बाद से कुल 34 तिब्बतियों ने आत्मदाह कर लिया है, जिसमें अधिकांश बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणियां शामिल हैं।

 

इसमें से ज्यादातर ने बीजिंग पर तिब्बत की संस्कृति के दमन का आरोप लगाते हुए खुद को आग लगा ली थी ओैर उसीके चलते उनकी मौत हुई। चीन हमेशा दलाई लामा पर तिब्बतियों को आत्मदाह के लिए उकसाने का आरोप लगाता रहा है लेकिन उन्होंने इन आरोपों को खारिज किया है।

 

नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं के सम्मेलन में कल उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में चीजें काफी कठिन हुई है, लेकिन हमारा रुख नहीं बदला है। आजादी, पूर्ण आजादी अवास्तविक है- इसका तो सवाल ही नहीं उठता है।’’ दलाई लामा ने कहा कि बदलाव के लिए उनके अहिंसात्मक मध्य मार्ग को अधिकतर तिब्बतियों का समर्थन हासिल है। सम्मेलन खत्म होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा ‘इसलिए हम इसे जारी रख सकते हैं।

(एजेंसी)

Trending news