नई दिल्ली : संसद पर हमले के जिम्मेदार आतंकी अफजल गुरु को फांसी देने की मांग एक बार फिर से तेज गति से उठने लगी है. सरकार का कहना है कि अफजल को फांसी जरूर मिलेगी, लेकिन कब ये किसी को नहीं पता. हालांकि सरकार दिखाने के तौर पर धीरे-धीरे इस दिशा में कदम बढ़ा रही है. खबरों के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से अफजल की फांसी की सजा बरकरार रखने की पुरजोर अपील की है और उसकी क्षमा याचिका को खारिज करने की बात कही है.
इस बारे में बात करते हुए गृह राज्यमंत्री मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने राज्यसभा में बताया कि अफजल की दया याचिका को गृह मंत्रालय ने पिछले 27 जुलाई को राष्ट्रपति सचिवालय के पास भेज दिया है, लेकिन गृह मंत्रालय ने कहा है कि उन्होंने सिफारिश की है वो हर हाल में अफजल को फांसी दे क्योंकि उसके घृणित कार्य को बख्शा नहीं जा सकता है.
मालूम हो कि 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए हमले में सुप्रीम कोर्ट ने 2004 में अफजल को मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन अफजल की पत्नी ने राष्ट्रपति से क्षमादान की मांग की थी.