उत्‍तराखंड: भारी बारिश का अनुमान, यूएन के अनुसार 11 हजार लापता
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उत्‍तराखंड: भारी बारिश का अनुमान, यूएन के अनुसार 11 हजार लापता

उत्‍तराखंड में इस हफ्ते के अंत तक भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग इस संबंध में एक ताजा चेतावनी जारी की है। गौर हो कि राज्‍य में दो हफ्ते पहले हुई भारी बारिश, भूस्‍खलन और बादल फटने की घटना से भीषण तबाही मची।

ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
देहरादून : उत्‍तराखंड में इस हफ्ते के अंत तक भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग इस संबंध में एक ताजा चेतावनी जारी की है। गौर हो कि राज्‍य में दो हफ्ते पहले हुई भारी बारिश, भूस्‍खलन और बादल फटने की घटना से भीषण तबाही मची।
मौसम विभाग के अनुसार, हालांकि बारिश उतनी होने की आशंका नहीं है जितना 16 जून को हुआ था। मगर इससे राज्‍य में चलाए जा रहे राहत कार्यों में बाधा पहुंच सकती है।
उधर, सोमवार को बद्रीनाथ से कुल 1,350 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है वहीं बाढ़ प्रभावित उत्तराखंड में 3,500 से ज्यादा लोगों का अभी तक पता नहीं है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने अनुमान लगाया है कि लापता लोगों की संख्या 11,000 से ज्यादा हो सकती है।
एनडीएमए के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सोमवार तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बद्रीनाथ से 1,350 लोगों को निकाला गया है। जिनमें से 800 को हवाई मार्ग से और 550 को सड़क मार्ग से निकाला गया है। लेकिन कुछ स्थानीय लोग जैसे दुकानदार, आश्रम में रहने वाले लोग आदि भी हैं जिन्हें निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि मृतक संख्या 580 है। एनडीआरएफ ने केदारनाथ से 8,634 लोगों को बाहर निकाला जिसके बाद कुल 1,08,253 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है।
रेड्डी ने कहा कि दर्ज प्राथमिकियों के मुताबिक लापता लोगों की संख्या 3,500 से 3,700 तक है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी द्वारा कुछ एनजीओ के साथ मिलकर तैयार रिपोर्ट में यह आंकड़ा 11 हजार से ज्यादा होने का अनुमान लगाया गया है। उन्होंने बताया कि सर्वाधिक मौत के मामले केदारनाथ और रामबाड़ा में सामने आए वहीं घायलों की संख्या 3,119 हो गई है।
रेड्डी ने कहा कि खराब मौसम के कारण खुदाई करने वाली मशीन नहीं पहुंच सकी हैं, जिन्हें कल विशेष एमआई-26 हेलीकॉप्टर की मदद से पहुंचाया जाना था। करीब 385 भारी मशीनें और बुलडोजर स्थानीय तौर पर काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित गांवों की कुल संख्या 2,000 से बढ़कर 4,000 से ऊपर हो गई है।

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