नई दिल्ली : न्यायमूर्ति पी. सदाशिवम को केरल का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के प्रयासों की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को आश्चर्य जताया कि क्या पूर्व प्रधान न्यायाधीश के व्यक्तित्व, कामकाज या निर्णय में कोई ऐसी चीज थी, जिसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को प्रसन्न किया है।
इस तथ्य की ओर इंगित करते हुए कि सदाशिवम पहले पूर्व प्रधान न्यायाधीश हैं जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किये जाने की तैयारी है, कांग्रेस ने सरकार से जानना चाहा कि क्या वह ऐसी व्यावस्था की ओर बढ़ रही है जहां हम न्यायपालिका से यह उम्मीद करें कि वह सेवानिवृति के बाद राजनीतिक संरक्षण के लिए सरकार के प्रति प्रतिबद्ध रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि इस तथ्य के मद्देनजर यह सवाल उठता है कि देश में अनेक पूर्व प्रधान न्यायाधीश हैं इनमें वैसे दो भी शामिल हैं जो पिछले डेढ साल में रिटायर हुए हैं लेकिन सरकार ने हाल में ही रिटायर होने वाले को चुना है। उन्होंने कहा कि सदाशिवम को केरल का राज्यपाल नियुक्त किये जाने का प्रयास अनेक सवाल खड़े करता है और देश के प्रधान न्यायाधीश के पद को छोटा बनाता है।
शर्मा देश के पूर्व प्रधान न्यायाधीश को केरल का राज्यपाल नियुक्त किये जाने के सरकार के प्रयास के बारे में संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे।