पवार, मेमन और धूत ने नामांकन पत्र दाखिल किये
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पवार, मेमन और धूत ने नामांकन पत्र दाखिल किये

केंद्रीय कृषि मंत्री व एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, वकील माजिद मेमन और उद्योगपति राजकुमार धूत ने राज्यसभा चुनावों के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल किये।

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ज़ी मीडिया ब्यूरो
मुंबई : केंद्रीय कृषि मंत्री व एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, वकील माजिद मेमन और उद्योगपति राजकुमार धूत ने राज्यसभा चुनावों के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। अब तक चार उम्मीदवार राज्यसभा के नामांकन दाखिल कर चुके हैं। गुरुवार को पुणे के व्यापारी संजय ककाडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा था। आगामी 7 फरवरी को चुनाव निर्धारित है।
पवार और मेमन क्रमश: राकांपा के सदस्य वाईपी त्रिवेदी और जनार्दन वाघमारे की जगह लेंगे। वहीं शिवसेना सदस्य धूत पुन: नामांकन भर रहे हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि क्या शिवसेना किसी दूसरे उम्मीदवार को उतारेगी। भाजपा और कांग्रेस ने अभी तक 7 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। भाजपा के प्रकाश जावड़ेकर और कांग्रेस के मुरली देवड़ा तथा हुसैन दलवई का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 28 जनवरी है।
इस बीच पवार ने 32.13 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की। 73 वर्षीय राकांपा अध्यक्ष के पास 5.06 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है वहीं उनकी पत्नी प्रतिभा के नाम से 13.37 करोड़ की संपत्ति है। पवार के नाम से दिल्ली के संसद विहार में 958 वर्ग फुट का फ्लैट है। उनके पास अपना कोई वाहन नहीं है। उन्होंने दिल्ली का फ्लैट अप्रैल, 2004 में खरीदा था। उस समय फ्लैट की कीमत 16.29 लाख रुपये थी और उसकी मौजूदा बाजार कीमत 1.34 करोड़ रुपये है। राकांपा के दूसरे उम्मीदवार मेमन ने 13.98 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की। शिवसेना उम्मीदवार राजकुमार धूत के पास 18.27 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

उच्च सदन में प्रवेश के लिए नामांकन दाखिल करने वाले 73 वर्षीय पवार ने कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि अब मेरी अवस्था हो गई है। यह सोच विचार कर किया गया फैसला है।’ पवार ने शिरूर में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे द्वारा वहां से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पवार को दी गई हालिया चुनौती पर कहा, ‘मैं एक ऐसे निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव में इस तरह के शक्तिशाली लोगों का सामना करने से भी भयभीत हूं जहां छह विधानसभा सीटों में पांच सीटें राकांपा के कब्जे में है।’
मार्च 1985 में पहली बार में संसद में प्रवेश करने के बाद से पवार ने आठ बार लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस से अलग होने के बाद 1999 में राकांपा का गठन किया। महाराष्ट्र के तीन बार मुख्यमंत्री रहने के अलावा वह रक्षा मंत्री के पद पर भी रह चुके हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)

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