मोदी समेत कई दिग्गज राजनेताओं का एलआईसी पर भरोसा

भारतीय राजनीति के ज्यादातर दिग्गज सरकारी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी में भरोसा करते हैं। कुछ राजनेता निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों की भी पालिसी अपना रहे हैं। हालांकि, कुछ बड़े नेता ऐसे भी हैं जिनके पास कोई बीमा पॉलिसी नहीं है।

नई दिल्ली : जब बात जीवन बीमा कराने की हो तो भारतीय राजनीति के ज्यादातर दिग्गज सरकारी जीवन बीमा कंपनी एलआईसी में भरोसा करते हैं। कुछ राजनेता निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों की भी पालिसी अपना रहे हैं। हालांकि, कुछ बड़े नेता ऐसे भी हैं जिनके पास कोई बीमा पॉलिसी नहीं है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से बीमा पालिसियां लेने वालों में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के अजय माकन व नवीन जिंदल शामिल हैं। चुनाव लड़ रहे सैकड़ों उम्मीदवारों द्वारा पेश चुनाव हलफनामे के मुताबिक, इन लोगों ने अकेले एलआईसी से जीवन बीमा पालिसियां ले रखी हैं।
हालांकि, लालकृष्ण आडवाणी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सोनिया गांधी जैसे बड़े राजनेताओं ने अपने चुनाव हलफनामे में किसी भी तरह की बीमा पॉलिसी की जानकारी नहीं दी है। आम आदमी पार्टी के संरक्षक अरविंद केजरीवाल ने भी अपने अथवा अपनी पत्नी के नाम कोई बीमा पॉलिसी नहीं होने की सूचना दी है।
देश में जीवन बीमा के प्रति जागरूकता बढ़ाना आज एक बड़ा मुद्दा बन गया है। 120 करोड़ की आबादी वाले देश में महज 35 करोड़ लोगों ने ही पालिसियां ली हुई हैं। पिछले कुछ वर्षों में निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों की जोरदार दस्तक के बाद कई राजनेताओं ने एलआईसी एवं निजी कंपनियों दोनों से ही पालिसियां ली हैं।
उदाहरण के तौर पर, पश्चिम चंपारण से जदयू उम्मीदवार प्रकाश झा ने एलआईसी व मैक्स लाइफ दोनों से पालिसियां ली हैं। बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय ने भी एलआईसी, कोटक लाइफ व मैक्स से पालिसियां ली हैं। तृणमूल कांग्रेस के बाइचुंग भूटिया ने एलआईसी, मैक्स लाइफ व बजाज एलियांस से जीवन बीमा पालिसियां ली हैं। भूटिया दार्जिलिंग से चुनाव लड़ रहे हैं।
जितनी भी पॉलिसियां हुई है उनमें जीवन बीमा कवर एक लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये तक है। राजनेताओं की बीमा पॉलिसियों के विश्लेषण से पता चलता है कि ज्यादातर ने नियमित प्रीमियम भुगतान वाली पालिसियां लीं हैं जबकि कुछ ने एकल प्रीमियम वाले बीमा उत्पादों में निवेश किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की आयु 86 वर्ष की है, इसलिए हो सकता है उन्होंने कोई बीमा कवर नहीं लिया हो, लेकिन 43 वर्षीय सिंधिया, जिनकी गिनती काफी धनी मंत्रियों में होती है, ने भी कोई बीमा कवर नहीं लिया है। उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी, पुत्र महानार्यमन और पुत्री अनन्या राजे के नाम भी कोई बीमा कवर की जानकारी हलफनामे में नहीं दी गई है।
आप पार्टी की 27 वर्षीय राखी बिड़लान, राम विलास पासवान के पुत्र 32 वर्षीय चिराग पासवान भी उन लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में शामिल हैं जिनके हलफनामे में दी गई जानकारी में बीमा पॉलिसी की सूचना नहीं है। (एजेंसी)

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.