CBI ने सारदा चिट फंड घोटाले में 46 मामले दर्ज किए
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CBI ने सारदा चिट फंड घोटाले में 46 मामले दर्ज किए

सीबीआई ने 10,000 करोड़ रूपये के सारदा चिट फंड घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में एक दिन में बुधवार को रिकार्ड संख्या में 46 मामले दर्ज किए जिसमें तृणमूल कांग्रेस से मौजूदा राज्य सभा सदस्य कुणाल घोष को भी एक आरोपी के तौर पर नामजद किया गया है।

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नई दिल्ली : सीबीआई ने 10,000 करोड़ रूपये के सारदा चिट फंड घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में एक दिन में बुधवार को रिकार्ड संख्या में 46 मामले दर्ज किए जिसमें तृणमूल कांग्रेस से मौजूदा राज्य सभा सदस्य कुणाल घोष को भी एक आरोपी के तौर पर नामजद किया गया है।
पश्चिम बंगाल में तीन नये मामले दर्ज करने के बाद और ओड़िशा पुलिस से 42 मामले अपने हाथों में लेने के बाद सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि साजिश का एक बड़ा पहलू भी जांच के दौरान निगरानी के दायरे में आएगा, जिसमें नियामक प्राधिकरणों की भूमिका और इस घोटाले में पैसे के लेन देन की जांच भी शामिल हैं।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, भारतीय रिजर्व बैंक जैसी नियामक संस्थाएं, कंपनी मामलों के मंत्रालय की भूमिका की भी उच्चतम न्यायालय के आदेशों के मुताबिक जांच की जाएगी। शीर्ष न्यायालय ने ही सीबीआई को इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
पश्चिम बंगाल से जुड़ी अपनी तीन प्राथमिकियों में सीबीआई ने सारदा समूह के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुदीप्त सेन, सारदा रियल्टी की तत्कालीन निदेशक देबजनी मुखर्जी, सारदा मीडिया के सीईओ एवं तृणमूल कांग्रेस सांसद कुणाल घोष, सारदा मीडिया के तत्तकालीन वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोमनाथ दत्ता, सारदा रियल्टी के तत्कालीन निदेशक मनोज नाघेल और सारद ग्रुप ऑफ कंपनी के एक कर्मचारी अरबिंदो चौहान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। घोष ने उन संदेशों और फोन कॉलों का कोई जवाब नहीं दिया जो उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिए उन्हें किए गए। जारी
सीबीआई प्रवक्ता कंचन प्रसाद ने बताया कि इन प्राथमिकयों के दायरे में सारदा समूह की चार अग्रणी कंपनियां आई हैं। भविष्य की कार्रवाई के लिए इस समूह के बारे में अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इस समूह की कंपनियों के अलावा कुछ अन्य कंपनियों के दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं और उनकी छानबीन चल रही है। सीबीआई ने आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश सहित अन्य आरोपों के लिए मामले दर्ज किए हैं।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि ओड़िशा में दर्ज मामलों में सीबीआई ने अर्थसत्व समूह के प्रबंध निदेशक प्रदीप सेठी और सी शोर ग्रुप के प्रशांत दास के अलावा रोज वैली माइक्रो फाइनेंस, सारदा समूह, आस्था इंटरनेशनल सहित अन्य के कंपनियों के प्रबंध निदेशकों एवं अन्य अधिकारियों को आरोपित किया है।
उच्चतम न्यायालय ने पिछले महीने सारदा चिट फंड घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दिया था और राज्य सरकारों को इस मामले की जांच में हर मदद मुहैया करने को कहा था। सीबीआई ने संयुक्त निदेशक राजीव सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया है जो सेबी और आरबीआई की भूमिका की भी जांच करेगी। सीबीआई के विशेष निदेशक अनिल कुमार सिन्हा को जांच की प्रगति की निगरानी करने को कहा गया है। (एजेंसी)

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