भारत, श्रीलंका ने कहा-मछुआरों के मुद्दे पर आगे बढ़े हैं
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भारत, श्रीलंका ने कहा-मछुआरों के मुद्दे पर आगे बढ़े हैं

भारत और श्रीलंका ने सोमवार को कहा कि वे मछुआरों के ‘बहुत संवेदनशील’ मुद्दे को सुलझाने की दिशा में ‘आगे’ बढ़े हैं और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने तमिल बहुल क्षेत्रों में तेजी से समन्वय स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण सत्ता हस्तांतरण की मांग की।

कोलंबो : भारत और श्रीलंका ने सोमवार को कहा कि वे मछुआरों के ‘बहुत संवेदनशील’ मुद्दे को सुलझाने की दिशा में ‘आगे’ बढ़े हैं और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने तमिल बहुल क्षेत्रों में तेजी से समन्वय स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण सत्ता हस्तांतरण की मांग की।
पद संभालने के बाद यहां की अपनी पहली यात्रा पर आए खुर्शीद ने यहां विदेश मंत्रालय में अपने समकक्ष जी एल पेइरिस से मुलाकात करके विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
खुर्शीद ने बातचीत के बाद कहा कि मछुआरों की आजीविका के बहुत संवेदनशील मुददे पर चर्चा की गयी। हमें आगे बढने का रास्ता मिला है। अब दोनों पक्षों की इस बात पर सहमति है कि हमारे मछुआरों के प्रतिनिधि जल्द ही मुलाकात करेंगे और निष्पक्ष और विवेकपूर्ण तरीके से आपसी रास्ता खोजेंगे। तमिलनाडु के 112 सहित बड़ी संख्या में भारतीय मछुआरे श्रीलंकाई जेलों में बंद हैं। उनकी दर्जनों नौकाएं भी जब्त कर ली गई हैं।
पेइरिस के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान खुर्शीद ने उत्तरी क्षेत्र में तमिल बहुल क्षेत्रों सहित प्रांतों को अर्थपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरित करने के लिए भी कहा।
उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि उत्तरी प्रांत में चुनावों का सफल आयोजन इस क्षेत्र में लोगों के बेहतर भविष्य की ओर नई शुरुआत होगी।
तमिल नेशनल एलायंस ने उत्तरी प्रांत में हाल में हुए चुनावों में स्थानीय परिषद की 36 में 30 सीटें जीती थीं। इससे पहले खुर्शीद ने कहा कि भारत शीघ्र राजनीतिक समाधान और अर्थपूर्ण सत्ता हस्तांतरण के जरिये राष्ट्रीय समन्वय के लिए निरंतर कह रहा है। इससे तमिल अल्पसंख्यकों सहित सभी श्रीलंकाई नागरिकों के लिए समानता, न्याय, गरिमा और आत्मसम्मान सुनिश्चित होगा।
खुर्शीद ने कहा कि दोनों पक्षों ने आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्तियों के लिए भारत के मदद से चल रही परियोजनाओं को लागू करने में प्रगति की समीक्षा की।
राष्ट्रपति सचिवालय में पेइरिस और खुर्शीद की मौजूदगी में दो समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये जिसमें 500 मेगावाट की सामपुर तापविद्युत परियोजना शामिल है। (एजेंसी)

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