‘नए सुराग’ के बाद विमान की तलाश की जगह बदली
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‘नए सुराग’ के बाद विमान की तलाश की जगह बदली

दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान के संबंध में ‘नया विश्वसनीय सुराग’ मिलने के बाद आस्ट्रेलिया के नेतृत्व वाले तलाशी अभियान को अब दक्षिणी हिंद महासागर के पूर्वोत्तर में 1100 किलोमीटर आगे स्थानांतरित कर दिया गया है।

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पर्थ : दुर्घटनाग्रस्त मलेशियाई विमान के संबंध में ‘नया विश्वसनीय सुराग’ मिलने के बाद आस्ट्रेलिया के नेतृत्व वाले तलाशी अभियान को अब दक्षिणी हिंद महासागर के पूर्वोत्तर में 1100 किलोमीटर आगे स्थानांतरित कर दिया गया है।
आस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकरण (एएमएसए) ने शुक्रवार को बताया कि तलाशी अभियान का केंद्र अब दक्षिणी हिंद महासागर के पूर्वोत्तर में 1100 किलोमीटर आगे होगा।
प्राधिकरण ने बताया कि नई सूचना विमान से संपर्क टूटने से पहले बोइंग 777:200 के रेडार डेटा के विश्लेषण पर आधारित है। मलेशियाई अधिकारियों ने उपग्रह डेटा के आधार पर निष्कर्ष निकाला है कि विमान दक्षिणी हिंद महासागर में किसी जगह पर समुद्र में गिरा था। अभी तक इस बारे में कोई सुराग नहीं मिला है।
तलाशी अभियान आज सुबह तक पर्थ के करीब 2500 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था। कई देशों ने उपग्रह चित्रों का इस्तेमाल कर इस इलाके में समुद्र में वस्तुएं तैरती पाई हैं लेकिन अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि इनमें से कोई वस्तु विमान से संबंधित है।
एएमएसए ने एक बयान में कहा कि ताजा सुराग मलेशिया में अंतरराष्ट्रीय जांच टीम से मिली है। उसने कहा कि आस्ट्रेलियन ट्रांसपोर्ट सेफ्टी ब्यूरो (एटीएसबी) ने सुराग पर गौर किया है और यह तय किया है कि ‘यह मलबे का पता लगाने की दिशा में सबसे विश्वसनीय सुराग है।’ उसने कहा कि नया तलाशी इलाका पर्थ के 1,850 किलोमीटर पश्चिम में है और इसमें 3,19,000 वर्ग किलोमीटर इलाका शामिल है।
एएमएसए ने कहा, ‘यह नया सुराग सूचना संपर्क टूटने से पहले दक्षिण चीन सागर और मलक्का जलडमरूमध्य के बीच रडार डाटा के जारी विश्लेषण पर आधारित है।’ उसने कहा, ‘विश्लेषण ने संकेत किया है कि विमान पहले लगाए गए अनुमान की तुलना में अधिक तेजी से उड़ान भर रहा था, जिससे ईंधन का इस्तेमाल बढ़ गया और विमान ने हिंद महासागर के दक्षिण में जो संभावित दूरी तय की, वह कम हो गई।’
एएमएसए ने बयान में कहा कि जांच जारी है, इसलिए संभावित उड़ान पथ में और भी संशोधन हो सकता है। उपग्रह अब नए इलाके पर ध्यान केंद्रित करेंगे। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा, ‘यह एक विश्वसनीय नया सुराग है और आज इसकी अच्छी तरह से जांच की जाएगी।’ (एजेंसी)

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