Bank FD: भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने मासिक बुलेटिन में कहा है कि बैंकों के बीच अपने जमा आधार का विस्तार करने के लिए तीव्र प्रतिस्पर्धा बैंकों को FD दरों में इजाफा करने के लिए मजबूर कर सकती है. आरबीआई के जरिए दरों में बढ़ोतरी और एक मजबूत क्रेडिट वृद्धि के बाद बैंक डिपॉजिट रेट्स में इजाफा कर रहे हैं.
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FD Rates: निवेश के कई सारे तरीके हैं. इन तरीकों में एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट भी निवेश का एक माध्यम है. हालांकि फिक्स्ड डिपॉजिट पर अन्य निवेश के माध्यम से काफी कम ब्याज दिया जाता है, लेकिन ये सुरक्षित निवेश माना जाता है और आपकी पूंजी पर किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं रहता है. फिलहाल सामान्य एफडी पर बैंकों के जरिए करीब 5 फीसदी सालाना के आसपास ब्याज मुहैया करवाया जाता है. हालांकि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंक एफडी को लेकर अहम संकेत दिया है.
एफडी
भारतीय रिजर्व बैंक ने अपने मासिक बुलेटिन में कहा है कि बैंकों के बीच अपने जमा आधार का विस्तार करने के लिए तीव्र प्रतिस्पर्धा बैंकों को FD दरों में इजाफा करने के लिए मजबूर कर सकती है. आरबीआई के जरिए दरों में बढ़ोतरी और एक मजबूत क्रेडिट वृद्धि के बाद बैंक डिपॉजिट रेट्स में इजाफा कर रहे हैं क्योंकि अर्थव्यवस्था महामारी से उबर रही है. वहीं पिछले साल मई से रिजर्व बैंक ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए अल्पकालिक उधार दर में 225 आधार अंकों की वृद्धि की है.
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एफडी रिटर्न
जैसे-जैसे एफडी पर रिटर्न में सुधार हुआ और हाल की अवधि में बचत जमा दर के साथ अंतर बढ़ा, बैंक जमा का बड़ा हिस्सा एफडी के रूप में अर्जित हुआ है. मार्च 2023 के आरबीआई बुलेटिन में कहा गया है कि वार्षिक (वर्ष-दर-वर्ष) आधार पर, एफडी में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि चालू और बचत जमा में क्रमशः 4.6 प्रतिशत और 7.3 प्रतिशत की मध्यम गति से वृद्धि हुई.
क्रेडिट ग्रोथ
आरबीआई ने कहा कि हाल के महीनों में क्रेडिट ग्रोथ में कुछ नरमी के बावजूद समग्र वृद्धि मजबूत बनी हुई है. आरबीआई बुलेटिन में कहा गया है कि बैंकों ने मई 2022 से फरवरी 2023 की अवधि के दौरान फंड आधारित उधार दर (एमसीएलआर) की अपनी 1 साल की औसत सीमांत लागत में 135 बीपीएस की वृद्धि की है.
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