नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक में निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुन लिए गए. उनके साथ ही राज्य में भाजपा के भी दो सांसद निर्विरोध संसद पहुंच गए हैं. कर्नाटक में राज्यसभा की चारों सीटें 25 जून को खाली होंगी. इनके लिए 12 जून नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख थी. राज्यसभा चुनावों की महाचुनौती के बीच कांग्रेस में भीतरी कलह भी बढ़ गयी है. गुजरात और राजस्थान में विधायक बगावती रुख अपनाए हुए हैं इसलिए मजबूरी में कांग्रेस को इन्हें रिजॉर्ट में रखना पड़ा है और शीर्ष नेतृत्व बागी विधायकों को मनाने में जुटा है.
राज्यों में कांग्रेस के सामने भितरघात का खतरा
कांग्रेस के कई विधायक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की नाकामी और झूठी सियासत से नाराज चल रहे हैं. राजस्थान और गुजरात में विधायकों में रोष बढ़ता जा रहा है. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग से डर रही कांग्रेस ने अपने विधायकों को रिजॉर्ट में नजरबंद कर दिया है. पिछले दिनों गुजरात में कांग्रेस के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. दोनों ही राज्यों में कांग्रेस ने अपने विधायकों को होटल और रिजॉर्ट में ठहराया हुआ है. गुजरात में कांग्रेस के विधायकों की संख्या बहुत घट गई है.
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19 जून को होना है राज्यसभा चुनाव
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव आयोग ने इसी महीने 19 तारीख को मतदान करवाने का फैसला किया है. राज्यसभा की 19 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव कराए जाएंगे. अप्रैल में 17 राज्यों से राज्यसभा की 55 सीटें खाली हुई थीं. इसके लिए चुनाव आयोग ने फरवरी में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. मार्च में 10 राज्यों से 37 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए. बची हुई 18 राज्यसभा सीटों के लिए अब चुनाव होंगे.
कई विधायक दे चुके है इस्तीफा
राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद से कांग्रेस विधायक पाला बदलने में जुटे हुए हैं. खबरों के अनुसार अब तक 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. गढ्डा से प्रवीण मारू, लिंबडी से सोमा पटेल, अबडासा से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, धारी से जेवी काकड़िया और डांग से मंगल गावित ने अपना इस्तीफा दिया था. आपको बता दें कि गुरुवार को जिन दो विधायकों ने इस्तीफा दिया, वे अक्षय पटेल और जीतू चौधरी थे. गुजरात में कांग्रेस के केवल 65 विधायक ही बचे हैं.