नई दिल्ली: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में मानसून की बारिश शुरू हो गई है. महाराष्ट्र के कई और शहरों में अच्छी खासी बारिश हो चुकी है. यानी कि देश के बड़े हिस्से में मानसून पहुंच चुका है और अब ये धीरे-धीरे पूरे देश तक पहुंच जाएगा. लेकिन इस बार बारिश कितनी सुहावनी होगी? इस पर अभी से सवाल उठ रहे हैं.
मानसून से बढ़ेगी महानगरों की मुसीबत?
पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है. बारिश के मौसम में कई बीमारियां पनपती हैं. डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया करीब हर साल लोगों को परेशान करता है. ऐसे में यकीनन डॉक्टरों और अस्पतालों पर बोझ बढ़ जाएगा. जानकारों का कहना है कि बारिश और इसके बाद होने वाली ह्यूमिडिटी की वजह से कोरोना के केस बढ़ सकते हैं.
मुंबई समेत कई जगहों पर मानसून की बारिश शुरू
फिलहाल देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर कोरोना बुरी तरह से हावी है. राजधानी दिल्ली पर भी इसका काफी असर है. ऐसे में ज्यादा बारिश वाले इलाकों में बारिश नई मुसीबत बन सकती है.
डॉक्टरों ने मानसून में सावाधान रहने को कहा
कोरोना वायरस से ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. वहीं ज़ी मीडिया से बातचीत में डॉक्टरों ने भी लोगों को मानसून से सावधान रहने की नसीहत दी है. यानी कि आने वाले दो या तीन महीने ज्यादा चुनौती बढ़ने वाली है. हम आपको बताते हैं कि मानसून के दौरान किस तरह के एहतियात बरतें..
कोरोना वायरस कपड़ों पर काफी देर रह सकता है. ऐसे में रेनकोट को भी उसी तरह से धुलने की जरूरत है जैसे कपड़ों को धुला जाता है. जहां तक मास्क की बात है अगर वो गीला हो जाता है तो उसे हटा देना चाहिए. बारिश के पानी से ही नहीं कई बार आपके मुंह से भी मास्क गीला हो जाता है. ऐसे में उसे तुरंत हटा देना चाहिए और दूसरे मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.
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सरकार और अस्पताल की ओर से तैयारी पहले से ही की जा रही है, लेकिन जरूरत हर किसी को पहल करने की है. तभी हम कोरोना को हरा पाएंगे. बारिश डॉक्टर-अस्पतालों की मुसीबत बढ़ा सकती है. ऐसे में हर किसी को साधवान और सतर्क रहने की जरूरत है.
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