तुर्की में प्रसिद्ध हागिया सोफिया म्यूजियम को बना दिया मस्जिद

इस ऐतिहासिक इमारत ने समय जितने चक्र देखें हैं उसी के अनुसार कई बार अपनी रंगतों को भी बदलते देखा है. जब यह इमारत बनाई गई तब यह एक भव्य चर्च हुआ करती थी और शताब्दियों तक यह चर्च ही रही.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 11, 2020, 12:30 PM IST
    • हागिया सोफ़िया दुनिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक रहा है.
    • इसे छठी सदी में बाइज़ेंटाइन सम्राट जस्टिनियन के हुक्म से बनाया गया था
तुर्की में प्रसिद्ध हागिया सोफिया म्यूजियम को बना दिया मस्जिद

नई दिल्लीः 1500 साल प्राचीन विरासत समेटे यूनेस्को की विश्व विरासत में शामिल हागिया सोफ़िया म्यूज़ियम को लेकर बड़ी तब्दीली हुई है. तुर्की राष्ट्रपति  रेचेप तैय्यब एर्दोगन ने इस ऐतिहासिक म्यूजियम को दोबारा मस्जिद में बदलने का आदेश दिया है. तुर्की की एक अदालत ने भी शुक्रवार को ही इस बारे में अपना फैसला सुनाया था. 

इस तरह 1934 की कैबिनेट का किया गया फैसला रद्द कर दिया गया. इस ऐतिहासिक इमारत ने समय जितने चक्र देखें हैं उसी के अनुसार कई बार अपनी रंगतों को भी बदलते देखा है. जब यह इमारत बनाई गई तब यह एक भव्य चर्च हुआ करती थी और शताब्दियों तक यह चर्च ही रही. फिर इसे मस्जिद में तब्दील कर दिया गया. 

1930 के दशक में बनाया गया म्यूजियम
बीसवीं शताब्दी के आविष्कारी युग में जब दुनिया तेजी से बदल रही थी, एक बार फिर इस इमारत को बदल दिया गया और 1934 में यह एक संग्रहालय के तौर पर सामने आई. जब दुनिया ने डेढ़ हजार साल के समय चक्र को इतिहास की नजर से देखना शुरू किया.

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यब एर्दोगन ने पिछले साल चुनाव में इसे मस्जिद बनाने का वादा किया था.

छठी सदी में बना था चर्च
हागिया सोफ़िया दुनिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक रहा है. इसे छठी सदी में बाइज़ेंटाइन सम्राट जस्टिनियन के हुक्म से बनाया गया था. उस समय इस शहर को कुस्तुनतुनिया या कॉन्सटेनटिनोपोल के नाम से जाना जाता था.

537 ईस्वी में निर्माण पूर्ण होने के बाद इस इमारत को चर्च बनाया गया. कुस्तुनतुनिया... सबसे पहले विदेशियों ने भारत आने का यही मार्ग चुना गया था. 

यूनेस्को की चेतावनी पर कान नहीं
हागिया सोफिया संग्रहालय को मस्जिद में बदले पर यूनेस्को ने तुर्की को चेतावनी दी है. यूनेस्को ने कहा कि सरकार किसी भी निर्णय से पहले उनसे जरूर बातचीत करे. 1500 साल पुरानी यह इमारत यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में शामिल है. 

पाकिस्तानी एयरलाइन्स का धंधा पिटा, दुनिया भर में पायलट्स बैन हुए

क्या चीन का नया वायरस कजाकिस्तान में बना है नई आपदा ?

 

ट्रेंडिंग न्यूज़