नई दिल्लीः महामारी अपने साथ अकेले नहीं आती, बल्कि कई तरह के संकट लेकर आती है. हर तरह के संकट का मिला-जुला असर आर्थिक मोर्चे पर दिखता है. कोरोना काल के दौरान ऐसे कई उद्योग-धंधे व व्यापार ठप हो गए जो खुदरा तौर पर चलते थे. इसके साथ ही नौकरियों पर भी संकट रहा है. देश की विमानन कंपनियां भी इससे अछूती नहीं रही हैं.
राहत की खबर
कोरोना के चलते तमाम सेक्टरों पर संकट के बादल छाए हैं. एयरलाइन कंपनियां भी अपने कर्मचारियों की संख्या और सैलरी में कटौती कर रही हैं. इस मामले में आर्थिक संकट से जूझ रही एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया के कर्मियों के लिए राहत की खबर है. दरअसल कंपनी की ओर से कहा गया है कि उनके किसी कर्मी पर नौकरी का संकट नहीं है.
इंडिगो हटाएगी 10 फीसदी कर्मी
दरअसल, एअर इंडिया ने कहा कि बड़ी संख्या में कर्मचारियों को हटाने वाली अन्य एअरलाइनों की तरह इसके किसी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी. इसके पहले इंडिगो ने कहा था कि वह अपने 10 फीसदी कर्मियों को हटाएगी. कंपनी ने इसकी वजह कोरोना के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट को बताया था.
Recent decisions of AirIndia Board regarding rationalization of staff cost were reviewed in a meeting at @MoCA_goi this evening.The meeting reiterated that unlike other carriers which have laid off large number of their employees,no employee of AirIndia will be laid off. (1/3)
— Air India (@airindiain) July 23, 2020
लेकिन, भत्तों पर करना होगा समझौता
हालांकि ऐसा भी नहीं है कि एयर इंडिया के कर्मियों को किसी तरह का घाटा नहीं होगा, बल्कि उन्हें अपने भत्तों के साथ कुछ समझौता करना होगा. एयर इंडिया ने 25 हजार से अधिक मासिक वेतन पाने वाले कर्मचारियों के भत्तों में 50 फीसदी तक की कटौती की घोषणा की है.
There has been no reduction in the Basic pay, DA and HRA of any category of employees. The rationalization of allowances had to be implemented on account of the difficult financial condition of the airline that were exacerbated by COVID-19.(2/3)
— Air India (@airindiain) July 23, 2020
हालांकि किसी भी श्रेणी के कर्मचारी के मूल वेतन, महंगाई भत्ता और एचआरए में कोई कटौती नहीं की जाएगी. चालक दल के सदस्यों को उड़ान के घंटों के आधार पर भुगतान किया जाएगा.
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