नई दिल्ली. ये खबर बताती है कि इस कोरोना काल में बच्चों को लेकर विशेष सावधान रहने की जरूरत है. बच्चों में कोरोना के लक्षण दिखें या न दिखें, यदि वे कोरोना वायरस की गिरफ्त में आ गए तो कई हफ्तों तक वे कोरोना वायरस फैलाते रह सकते हैं.
वैज्ञानिकों ने किया है खुलासा
चीनी वायरस पर शोध कार रहे वैज्ञानिकों का ये नया चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. इस खुलासे में वैज्ञानिकों ने बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए विशेष रूप से सावधान किया है. बच्चों को कोरोना से बचाना औरों के मुकाबले अधिक जरूरी इसलिए है क्योंकि कोरोना वायरस बच्चों से लंबे समय तक फैलता है.
शोध से आई जानकारी सामने
बच्चे कोरोना को लेकर अधिक संवेदनशील हैं ये जानकारी मिली है इस शोध से जिसका शीर्षक था -महामारी के प्रसार में बच्चों की आबादी का महत्व. चिकित्सा वैज्ञानिकों के साथ मिल कर किये गए इस कोरोना-शोध ने बताया कि कोविड-19 बीमारी से ग्रस्त बच्चे भले ही इस बीमारी से स्वस्थ हो जाएँ वे उसके बाद भी कई हफ्तों तक वायरस का संक्रमण कर सकते हैं. यही बात उन कोरोना मरीज बच्चों पर भी लागू होती है जिनमें वॉयस के लक्षण ऊपर से नज़र नहीं आते.
दक्षिण कोरिया में हुआ है शोध
दक्षिण कोरिया के सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन ने इस विशेष शोध पर कार्य किया. उन्होंने दक्षिण कोरिया के 22 अस्पतालों को इस शोध में शामिल किया. इन सभी अस्पतालों ने अपने यहां भर्ती कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हुए 91 बच्चों पर नजर रखी. अध्ययन के परिणाम स्वरुप पाया गया कि वे उम्मीद से ज्यादा समय तक वायरल आनुवांशिक सामग्री आरएनए के वाहक होते हैं.