Fastest Train: विमान के भी स्पीड को खुली चुनौती! एक घंटे में 600 किलोमीटर..ये है दुनिया की सबसे तेज ट्रेन
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Fastest Train: विमान के भी स्पीड को खुली चुनौती! एक घंटे में 600 किलोमीटर..ये है दुनिया की सबसे तेज ट्रेन

High Speed: खास बात यह है कि जापान की हाई स्पीड ट्रेन सर्विस दुनिया की सबसे उन्‍नत टेक्नोलॉजी वाली मानी जाती है. जापान की 603 किमी प्रति घंटा वाली ट्रेन काफी पहले ही रिकॉर्ड बना चुकी है. लेकिन यह हाल ही में फिर चर्चा में आ गई है.

Fastest Train: विमान के भी स्पीड को खुली चुनौती! एक घंटे में 600 किलोमीटर..ये है दुनिया की सबसे तेज ट्रेन

Japanese Train Network: दुनिया भर के तमाम देशों में ट्रेनों की स्पीड को लेकर हमेशा चर्चा चलती रहती है. आए दिन चीन, जापान, अमेरिका और भारत में भी रेल नेटवर्क के द्वारा उन्नत ट्रेनों का प्रयोग सामने आता रहता है. लेकिन इसी कड़ी में हाल ही में जापान की एक ट्रेन चर्चा में है जिसने 603 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से स्पीड दिखाकर दुनिया को चौंका दिया था. वैसे तो यह ट्रेन जापान में काफी पहले ही चली थी लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर जब दुनिया की सबसे तेज ट्रेन की बात चली तो इस ट्रेन का नाम सामने आ गया.

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ट्रेन का नाम L0 Series Maglev है. यह ट्रेन दुनिया की सबसे फास्ट ट्रेन है. जापान की यह ट्रेन एक घंटे में 603 किलोमीटर का सफर कर देती है. इस ट्रेन की लंबाई 981 फीट है. यह एक हाई स्पीड ट्रेन है. इसकी स्पीड की बराबरी दुनिया की कोई भी ट्रेन नहीं कर पाई है. जब भी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन की बात होती है तो जापान की इस ट्रेन का नाम पहले आता है.

इस ट्रेन के लांचिंग के समय सेंट्रल जापान रेलवे ने अपने एक बयान में कहा था कि मैग्लेव ट्रेन ने 603 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़कर सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और करीब 11 सेकेंड तक यह ट्रेन 600 की रफ्तार से चलती रही. विद्युत चुंबक की मदद से चलने वाली इस ट्रेन का टेस्ट रन टोक्यो के दक्षिण में माउंट फिजी के पास किया गया था. आप इस बात को सुनकर हैरत में पड़ जाएंगे कि इस ट्रेन के पहिए पटरी पर टच नहीं रहते हैं.

असल में यह ट्रेन पटरियों पर नहीं, बल्कि पटरियों के ऊपर दौड़ती है. इसे मैग्नेटिक लेविटेशन सिस्टम कहा जाता है. इसमें पहिए और पटरियों के बीच चुंबकीय फोर्स काम करता है. लेविटेशन सिस्टम से पटरियों और पहियों के बीच घर्षण की मात्रा बिल्कुल खत्म हो जाती है, जिससे ट्रेन को कम समय में रफ्तार पकड़ने में मदद मिल जाती है. हालांकि अब चीन ने भी ऐसी ट्रेन बना ली है जो 600 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती है.

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