Hottest City: दुनिया की सबसे गर्म जगहें! जहां चंद मिनटों में पानी बन जाता है भाप; दूर-दूर तक नहीं दिखता कोई इंसान
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Hottest City: दुनिया की सबसे गर्म जगहें! जहां चंद मिनटों में पानी बन जाता है भाप; दूर-दूर तक नहीं दिखता कोई इंसान

World Hottest Place: बढ़ती हुई गर्मियों ने भारत के लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है. भारत को छोड़कर यहां कुछ ऐसी जगहों का जिक्र किया गया है, जहां पर चंद मिनटों में पानी भाप बन जाता है.

फाइल फोटो

Hottest City In The World: अप्रैल के महीने में बारिश ने थोड़ी राहत दी थी लेकिन उसके बाद से लगातार पारा ऊपर की तरफ बढ़ रहा है. मई के महीने में बढ़ती गर्मी से लोग बेहाल है. दोपहर में चलती लू की वजह से लोग खुद को घरों में कैद करने के लिए मजबूर हैं. देश के अधिकतर स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां कर दी गई हैं. इस साल गर्मी का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. आज हम आपको भारत को छोड़कर दुनिया के उन शहरों से रूबरू कराएंगे, जहां पर गर्मी इतनी ज्यादा है कि मोम चंद मिनटों में पिघल कर लिक्विड बन जाता है. यहां पानी को भाप में बदलने में जरा भी देर नहीं लगती है.

1. डेथ वैली, कैलिफोर्निया

जब भी धरती के सबसे गर्म जगहों का नाम लिया जाता है, तब उसमें अमेरिका के डेट वैली को जरूर शामिल किया जाता है. अमेरिका की डेट वैली कैलिफोर्निया में स्थित है, जहां पर टेंपरेचर औसतन 35 से लेकर 42 डिग्री के बीच में होता है. आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन अमेरिका के डेथ वैली में एक बार टेंपरेचर बढ़कर 57.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. सूरज की गर्मी यहां घाटी के हवाओं के बीच फंस जाती है जिसकी वजह से यह स्थान अक्सर गर्म रहता है. आसपास में मौजूद रेगिस्तान यहां की गर्मी और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं.fallback

2. फ्लेमिंग माउंटेन, चीन

चीन में मौजूद फ्लैनिगन माउंटेन को दुनिया की सबसे गर्म जगह में शामिल किया जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस इलाके में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है. कहा जाता है कि साल 2008 में एक बार यहां का तापमान बढ़कर 66.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था.fallback

3. लुट रेगिस्तान, ईरान

रेगिस्तानी इलाकों का ख्याल जब भी दिमाग में आता है, तब गर्मी सिर पर चढ़कर तांडव करने लगती है. आपको बता दें कि ईरान का लुट रेगिस्तान तपती गर्मी के लिए मशहूर है. इस रेगिस्तान में नहीं एक पौधा दिखाई देता है, न ही कोई जीव. आपको जानकर हैरानी होगी कि नासा ने इस रेगिस्तान की मॉनिटरिंग साल 2003 से लेकर साल 2010 तक की थी. इस दौरान यहां का तापमान 77 डिग्री सेल्सियस के आसपास भी दर्ज किया जा चुका है.fallback

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