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Who is Kukis And Meities: मणिपुर की घटना को लेकर पूरे देश में उबाल है. सवाल मणिपुर की सरकार से भी पूछे जा रहे हैं. सवाल महिला सुरक्षा का, सवाल कार्रवाई में हुई देरी का, सवाल इंसाफ का. इन सवालों के बीच ही मणिपुर की राज्यपाल ने डीजीपी को तलब किया और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. बताते चले कि मणिपुर में 4 मई को महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ और कार्रवाई 77 दिन बाद हुई. वो भी तब जब पूरी दुनिया के सामने दरिंदगी का वीडियो आया. पुलिस ने अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है इसीलिए पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में है. ढाई महीने तक वहां की सरकार ने कुछ भी नहीं किया.
कौन हैं कुकी? (Who is Kuki)
कुकी भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों मणिपुर और मिजोरम, मेघालय, असम, त्रिपुरा और नागालैंड में रहने वाला एक जातीय समूह है. कुकी भारत, बांग्लादेश और म्यांमार की कई पहाड़ी जनजातियों में से एक है. पूर्वोत्तर भारत में, वे अरुणाचल प्रदेश को छोड़कर सभी राज्यों में मौजूद हैं. कुकी मुख्य रूप से पहाड़ियों में रहते हैं, चुराचांदपुर उनका मुख्य गढ़ है, मणिपुर के चंदेल, कांगपोकपी, तेंगनौपाल और सेनापति जिलों में भी उनकी अच्छी खासी आबादी है. ऐसा माना जाता है कि कुकी लोग मिज़ो हिल्स (पूर्व में लुशाई) के मूल निवासी हैं, जो भारत में मिजोरम के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में एक पहाड़ी क्षेत्र है.
इसके अलावा, यह दावा किया जाता है कि उत्तर-पूर्व भारत की कुकी जनजातियों में 20 से अधिक उप-जनजातियां शामिल हैं. कुकी लोगों की धार्मिक परंपराओं की एक विविध श्रृंखला है. वे अपने देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पशु बलि देते हैं, पूर्वजों की पूजा करते हैं और त्योहार मनाते हैं. 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में ईसाई मिशनरियों के आगमन से कई कुकी लोग ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए. कुकी लोग आज ईसाई धर्म को अपने मुख्य धर्म के रूप में मानते हैं. कुछ अल्पसंख्यक जीववाद या फिर यहूदी या इस्लाम जैसे अन्य धर्मों का पालन करते हैं.
मैतेई कौन हैं? (Who are Meiteis)
मैतेई को मीतेई के नाम से भी जाना जाता है, जो उत्तर भारतीय राज्य मणिपुर का प्रमुख जातीय समूह है. मैतेई मुख्य रूप से आज के मणिपुर के इंफाल घाटी क्षेत्र में रहते हैं, हालांकि एक बड़ी आबादी अन्य भारतीय राज्यों असम, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय और मिजोरम में बस गई है. मैतेई जातीय समूह मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हिस्सा है. मैतेई लोग मैतेई भाषा बोलते हैं जिसे मणिपुरी भाषा के रूप में भी जाना जाता है, और यह तिब्बती-बर्मन भाषा के सब-फैमिली के अंतर्गत आती है. भारत की मान्यता प्राप्त आधिकारिक भाषाओं में से एक, मैतेई को 1992 में भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में जोड़ा गया था. 2011 की जनगणना के अनुसार, मैतेई केवल दो धर्मों का पालन करते हैं, जिनमें से अधिकांश मैतेई हिंदू धर्म का पालन करते हैं. लगभग 16 प्रतिशत मैतेई पारंपरिक रूप से भगवान सनमही के नाम पर बने सनमही धर्म में विश्वास करते हैं. लगभग 8 प्रतिशत मैतेई लोग इस्लाम का पालन करते हैं.