निजी विमान खरीदने के लिए सबसे पहले इनकी कीमतें जान लें. विमान की कीमतें हवाई जहाज की कंपनी, साइज, बैठने की क्षमता, हाईटेक फीचर्स, सुविधाओं आदि के आधार पर तय होती हैं. दुनिया में विमान बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी बोइंग है. यह अमेरिकी कंपनी पूरी दुनिया में हवाई जहाज सप्लाई करती है.
भारत में इस्तेमाल होने वाले यात्री विमानों की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा बोइंग विमानों का इस्तेमाल होता है. मॉडल के आधार पर इनकी कीमतें 775 करोड़ रुपये से लेकर साढ़े 3 हजार करोड़ तक हैं. यानी कि अपना विमान खरीदने के लिए आपको हजार करोड़ क्लब में शामिल होना होगा. हालांकि हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए आपको कम से कम 10 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.
ऐरोसेल.कॉम वेबसाइट के मुताबिक एक विमान की उम्र उसकी गुणवत्ता और क्षमता के आधार पर 20 से 36 साल होती है. वहीं हेलीकॉप्टर की उम्र औसतन 15 से 20 साल होती है.
इन विमानों और हेलीकॉप्टर को पार्क करने के लिए आपको एयरपोर्ट पर जगह बुक करानी होती है और पार्किंग चार्ज भी देना पड़ता है. जब भी आपको अपने निजी विमान या हेलीकॉप्टर से यात्रा करना हो तो उसके लिए संबंधित एयरपोर्ट पर सूचना देनी होती है और एयर ट्रैफिक कंट्रोल इसकी अनुमति जारी करता है.
निजी विमान या हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए यदि पैसे कम पड़ जाएं तो गाड़ी-घर की तरह बैंक इन्हें खरीदने के लिए भी लोन देते हैं. देश में कई ऐसे बिजनेसमेन हैं, जिन्होंने लोन लेकर प्रायवेट जेट या हेलीकॉप्टर खरीदे हैं. (सभी फोटो: सांकेतिक)
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