चिल्लर में मालिक ने दी नौकर को सैलरी, इज्जत नहीं मिली तो गुस्साए इम्प्लाई ने ठोक दिया मुकदमा
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चिल्लर में मालिक ने दी नौकर को सैलरी, इज्जत नहीं मिली तो गुस्साए इम्प्लाई ने ठोक दिया मुकदमा

Restaurant Owner Coin: एक रेस्टोरेंट ने अपने एक कर्मचारी को उसकी तनख्वाह पांच सेंट के सिक्कों के एक बड़े डिब्बे में दी. हालांकि यह मामला साल 2021 का है, लेकिन अब इसमें कानूनी पेंच फंसने लगा है.

 

चिल्लर में मालिक ने दी नौकर को सैलरी, इज्जत नहीं मिली तो गुस्साए इम्प्लाई ने ठोक दिया मुकदमा

Salary In Coins: डबलिन के एक रेस्टोरेंट ने अपने एक कर्मचारी को उसकी तनख्वाह पांच सेंट के सिक्कों के एक बड़े डिब्बे में दी. हालांकि यह मामला साल 2021 का है, लेकिन अब इसमें कानूनी पेंच फंसने लगा है. एक रोजगार कानून विशेषज्ञ ने बताया कि यह पेमेंट कानूनी तौर पर सही नहीं था और यह कानूनी नियमों का उल्लंघन था. यह घटना डबलिन के अल्फी रेस्टोरेंट की है, जहां रियान कीओ (Rian Keogh) नामक छात्र को काम करने के बाद €355 (करीब 32,000 रुपये) की राशि पांच सेंट के सिक्कों में दी गई.

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रियान ने बताया कि जब वह अपनी अंतिम तनख्वाह लेने के लिए रेस्टोरेंट पहुंचे तो वह हैरान रह गए, क्योंकि उनका भुगतान पूरी तरह से पांच सेंट के सिक्कों में किया गया था. ये सिक्के करीब 7,100 थे, जो एक बड़े डिब्बे में भरकर लाए गए थे. रियान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैं सिर्फ हंस पड़ा, यही था जो मुझे करने का मन हुआ. मैंने एक छोटा वीडियो बनाया और अपने दोस्तों को भेज दिया, फिर कोने में स्थित बार रुआ में गया, एक पिंट लिया और घर वापस चला गया."

 

 

इस अजीब घटना के बाद रोजगार कानून विशेषज्ञ रिचर्ड ग्रोगन ने इस भुगतान की विधिक स्थिति पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि रियान को इस तरह से भुगतान स्वीकार करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, क्योंकि रेस्टोरेंट मालिक ने रोजगार और भुगतान से संबंधित कानूनी नियमों का पालन नहीं किया था. रिचर्ड ग्रोगन के अनुसार, "आर्थिक और मौद्रिक संघ अधिनियम, 1998 के धारा 10 के अनुसार, कोई भी व्यक्ति किसी एक लेन-देन में 50 से अधिक सिक्के स्वीकार करने के लिए बाध्य नहीं है. इसलिए, पांच सेंट के सिक्कों का यह डिब्बा कानूनी रूप से सही नहीं था."

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ग्रोगन ने यह भी बताया कि अगर रियान चाहें तो वह इस भुगतान को स्वीकार न कर सकते थे और उस स्थिति में वह कामकाजी संबंध आयोग (WRC) में जा सकते थे. ग्रोगन ने समझाया, "अगर रियान यह कहते कि ‘मुझे मेरी तनख्वाह नहीं दी गई, मैं यह नहीं लूंगा’, तो वह WRC से संपर्क कर सकते थे और आयोग ने यह तय किया होता कि यह भुगतान वैध नहीं है." 

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