तंत्रविद्या से लड़की को ठीक करता नजर आया तांत्रिक! अस्पताल के बाहर लोगों ने लगा ली भीड़
Advertisement
trendingNow11738411

तंत्रविद्या से लड़की को ठीक करता नजर आया तांत्रिक! अस्पताल के बाहर लोगों ने लगा ली भीड़

Maharashtra News: एक अजीबोगरीब में, जहां इमरजेंसी वार्ड के ठीक बाहर एक अप्रत्याशित घटना सामने आई. एक कार रुकी, जिसने तमाशबीनों का ध्यान खींचा. आधुनिकता के बीच सदियों पुरानी मान्यताओं के स्थायी प्रभाव को उजागर करते हुए सामने जो देखने को मिला, उसने कई को चकित कर दिया.

 

तंत्रविद्या से लड़की को ठीक करता नजर आया तांत्रिक! अस्पताल के बाहर लोगों ने लगा ली भीड़

Superstition In Maharashtra: वैज्ञानिक प्रगति और चिकित्सा सफलताओं के युग में, कुछ व्यक्ति अभी भी खुद को अंधविश्वास के चंगुल में फंसा हुआ पाते हैं. जमुई सदर अस्पताल में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जहां इमरजेंसी वार्ड के ठीक बाहर एक अप्रत्याशित घटना सामने आई. एक कार रुकी, जिसने तमाशबीनों का ध्यान खींचा. आधुनिकता के बीच सदियों पुरानी मान्यताओं के स्थायी प्रभाव को उजागर करते हुए सामने जो देखने को मिला, उसने कई को चकित कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार, दिघी गांव निवासी सुनीता देवी को कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं, जिसके कारण वह बार-बार बेहोश हो जाती थी.

बार-बार बेहोश होने लगी महिला तो तांत्रिक ने किया ऐसा

लड़की के परिवार के सदस्यों ने सोचा कि उसे एक सांप ने काट लिया है, जिसके कारण वे उसे गांव में 'तांत्रिक' के पास ले गए, जो जादू से बीमारियों से छुटकारा दिलाने का दावा करता है. जब बात नहीं बनी तो उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां एक घटना देखने को मिली. कार अस्पताल के सामने रुकी और कई लोग उसमें से निकल आए और उसे घेर लिया. उनमें से एक 'तांत्रिक' भी था जो कुछ गाना गाने लगा और जादू-टोना वाला फूंक मारने लगा. यह देखकर लोगों के होश उड़ गए. यह लगभग पंद्रह मिनट और चला, लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने सुनीता देवी को भर्ती करने का फैसला किया.

अस्पताल के बाहर तांत्रिक ने शुरू कर दी तंत्रविद्या

वीडियो को किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है जो अब वायरल हो रहा है. अस्पताल के प्रबंधक रमेश पांडेय ने इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अस्पताल जैसी जगह पर इस तरह की प्रथाओं को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए, बल्कि लोगों को ऐसी प्रथाओं में सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों का पालन करना चाहिए जिससे लोगों को जिंदगियां बचाने में मदद मिलेगी.

ऐसी अंधविश्वासी प्रथाएं अक्सर भारत में देखने को मिल जाती है. एक राज्य के रूप में महाराष्ट्र ने 'अंधविश्वास विरोधी और काला जादू अधिनियम' को अपनाया है, जिसे 2003 में अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर द्वारा तैयार किया गया था. कानून काला जादू, मनुष्यों के बलिदान, जादू के उपयोग में शामिल होने को अवैध बनाता है.

Trending news