600 साल पुराना शहर अब है पानी के अंदर, जानें क्यों कहा जाता 'लॉयन सिटी'
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600 साल पुराना शहर अब है पानी के अंदर, जानें क्यों कहा जाता 'लॉयन सिटी'

Underwater City In China: चीन में एक ऐसा शहर है जो पानी में डूबा हुआ है. इस शहर में देश के शाही अतीत का अवशेष मौजूद हैं. झेजियांग प्रांत के शिचेंग शहर में 1959 में शिनान हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम के लिए रास्ता बनाने के लिए जानबूझकर बाढ़ लाई गई थी.

 

600 साल पुराना शहर अब है पानी के अंदर, जानें क्यों कहा जाता 'लॉयन सिटी'

Underwater City In China: चीन में एक ऐसा शहर है जो पानी में डूबा हुआ है. इस शहर में देश के शाही अतीत का अवशेष मौजूद हैं. नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार, झेजियांग प्रांत के शिचेंग शहर में 1959 में शिनान हाइड्रोइलेक्ट्रिक डैम (Xin'an Hydroelectric Dam) के लिए रास्ता बनाने के लिए जानबूझकर बाढ़ लाई गई थी. इस बाढ़ के बाद इस घटना के बारे में लोग दशकों तक भूले रहे. यह कियानदाओ झील की सतह से 40 मीटर नीचे स्थित है. अब यह एक पानी के अंदर जमी हुई एक अलग दुनिया है. नेशनल ज्योग्राफिक ने कहा कि बाढ़ के समय लगभग 300,000 लोगों को ट्रांसफर कर दिया गया था.

पानी के अंदर मिली 600 साल पुरानी सिटी

शिचेंग में दुनिया की दिलचस्पी तब जगी जब 2001 में इसे फिर से खोजा गया. चीनी सरकार ने यह देखने के लिए एक अभियान भेजा कि 600 साल पुराने शहर का अवशेष क्या है. अंदर का जो नजारा देखने को मिला, वह बेहद ही काबिल-ए-तारीफ है. बीबीसी ने कहा कि इसमें मिंग एंड किंग राजवंशों के समय की पत्थर की वास्तुकला है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिंग एंड किंग 1368 से 1912 तक शासन किया था. वू शि माउंटेन के करीब होने के कारण शिचेंग को अक्सर लॉयन सिटी कहा जाता है. वू शि माउंटेन का मंडारिन में मतलब फाइव लायन माउंटेन है.

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अरसों पुराने पत्थरों के स्ट्रक्चर को देख दंग हुए लोग

2011 में, नेशनल ज्योग्राफिक ने पानी के नीचे के शहर की कुछ पहले कभी न देखी गई तस्वीरें पब्लिश कीं, जिनकी माप लगभग आधा वर्ग किलोमीटर थी. इन तस्वीरों और अन्य अभियानों से पता चला कि शहर में पांच प्रवेश द्वार थे. चौड़ी सड़कों पर 265 आर्केवे थे, जिनमें शेरों, ड्रैगन, फीनिक्स और ऐतिहासिक शिलालेखों की संरक्षित पत्थर की कलाकृतियां थीं. कुछ तो सन् 1777 की हैं. पानी के नीचे होने के बावजूद शहर अच्छी तरह से संरक्षित है. यही वजह है कि इसे "अटलांटिस ऑफ द ईस्ट" भी कहा जाता है. पानी इसे हवा, बारिश और सूरज के कटाव से बचाता है.

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