Viral News: टैक्‍सी ड्राइवर ने कार की छत पर ही उगा डाली सब्जी, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
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Viral News: टैक्‍सी ड्राइवर ने कार की छत पर ही उगा डाली सब्जी, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

बैंकॉक (Bangkok) के कई टैक्‍सी ड्राइवर्स ने अपनी कारों की छत (Car Roof) को गार्डन बना दिया है. वे छत पर मिट्टी डालकर सब्जियां (Vegetables) उगा रहे हैं. 

(फोटो: हफपोस्‍ट)

बैंकॉक: टैक्‍सी या कार की छत (Car Roof) पर आमतौर पर यात्रियों का सामान रखा जाता है लेकिन थाईलैंड के 2 टैक्‍सी कोऑपरेटिव समितियों ने कार की छत का अनूठा उपयोग किया है. उन्‍होंने कार की छत पर टेरिस गार्डन जैसा गार्डन बनाकर सब्जियां (Vegetables) उगा डाली हैं. इसके पीछे उन्‍होंने एक वजह भी बताई है. साथ ही उनकी ये अनूखी टैक्सियां (Taxis) सबका ध्‍यान भी खींच रही हैं. 

  1. बैंकॉक के टैक्‍सी ड्राइवर्स का अनूठा प्रयोग 
  2. कार की छत पर उगाईं सब्जियां 
  3. कोरोना संकट के कारण टैक्‍सी इंडस्‍ट्री को हुआ बड़ा नुकसान 

कचरे के थैलों पर मिट्टी डालकर उगाए पौधे 

इन दोनों टैक्‍सी संगठनों ने टैक्‍सी की छत पर बांस की मदद से बाउंडरी बनाई और फिर कचरा फेंकने में इस्‍तेमाल होने वाली प्‍लास्टिक बिछाकर उस पर मिट्टी फैलाई. खाद वगैरह डालकर उन्‍होंने इस पर टमाटर, खीरे और बीन्स आदि के पौधे लगाए हैं. इस सबके बाद कारों की भीड़ में भी इन संगठनों की कारें अलग नजर आती हैं. 

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ये है अनूठे प्रयोग की वजह 

हफपोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक कार की छत पर खेती करने का यह प्रयोग इन दोनों संगठनों ने कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट की ओर सबका ध्‍यान खींचने के लिए किया है. कोरोना वायरस के कारण टैक्‍सी ड्राइवर्स को बहुत नुकसान हुआ है उन्‍हें पैसेंजर बुकिंग नहीं मिल रही हैं. 

54 साल के थापाकोर्न असावलर्टकुल कहते हैं कि रैचाप्रुक और बोवोर्न टैक्सी कॉओपरेटिव्‍स की बैंकॉक (Bangkok) की सड़कों पर केवल 500 कारें बची हैं, जबकि 2,500 टैक्सियां बेकार खड़ी हैं. पहले तो कुछ दिन राजधानी की सड़कें सूनी रहीं और फिर जैसे-तैसे कुछ रौनक लौटी तो किराए को लेकर बहुत ज्‍यादा प्रतिस्पर्धा रही. 

गांव लौटकर चले गए ड्राइवर 

हालात इतने खराब हो गए कि कुछ ड्राइवरों ने अपनी कारें सरेंडर कर दीं और गांव में अपने घरों में लौट गए. वहीं इस साल कोरोना वायरस की नई लहर के बाद इन संगठनों के हालात बदतर हो गए और हजारों ड्राइवर कारों को छोड़कर चले गए. 

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