Viral News : भारत में चाय लोगों के जिंदगी का अहम हिस्सा है, लेकिन अजरबैजान में यह सिर्फ एक ड्रिंक नहीं, बल्कि शादी तय करने का जरिया भी है. इस देश में शादी का फैसला चाय की मिठास के आधार पर होता है.
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Viral News : भारत में अधिकांश लोग अपने दिन की शुरुआत चाय पीकर करते हैं. यदि किसी दिन उन्हें चाय न मिले, तो दिन अधूरा सा लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां चाय की मिठास रिश्ते जोड़ने का जरिया बनती है? यहां शादी का फैसला इस आधार पर किया जाता है कि चाय कितनी मीठी है. आइए जानते हैं इस अनोखी परंपरा के बारे में विस्तार से.
यहां विवाह तय करती है शादी होगी या नहीं!
भारत में जब कोई मेहमान घर आता है, तो उसे चाय जरूर परोसी जाती है. चाय भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा बन चुकी है. लेकिन भारत ही नहीं, दुनिया के कई अन्य देशों में भी चाय को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिलता है. एक ऐसे देश की बात करें, जहां चाय केवल एक पेय नहीं, बल्कि विवाह तय करने का जरिया है. वहां शादियां चाय की मिठास पर निर्भर करती हैं. आइए जानते हैं कि यह अनोखी परंपरा किस देश में निभाई जाती है.
माता-पिता ऑफर करते हैं 'शिरीन चाय'
अजरबैजान में विवाह की परंपरा चाय की मिठास से जुड़ी होती है. यहां चाय का स्वाद यह तय करता है कि कोई पुरुष अपनी होने वाली पत्नी से शादी करेगा या नहीं. जब किसी लड़की का रिश्ता किसी परिवार में भेजा जाता है, तो लड़की के माता-पिता उसे ‘शिरीन चाय’ के नाम से फेमस मीठी चाय ऑफर करती है, और आशीर्वाद देते हैं. इसका मतलब होता है कि शादी की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है. लेकिन अगर वे ऐसा नहीं करते, तो शादी की बात वहीं खत्म हो जाती है.
चीन के सम्राट शेन नांग को माना जाता है चाय का खोजकर्ता
चाय की उत्पत्ति का संबंध चीन से माना जाता है. ऐतिहासिक रूप से, चीन के सम्राट शेन नांग को इसका खोजकर्ता माना जाता है. यह कोई प्रचारित खोज नहीं थी, बल्कि एक संयोगवश हुआ आविष्कार था. कहा जाता है कि यह घटना लगभग 4800 साल पहले, यानी 2732 ईसा पूर्व घटी थी. इसके बाद लोगों को चाय नामक इस पेय पदार्थ के बारे में जानकारी मिली और यह धीरे-धीरे दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गया.