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इस्लामाबाद: खैबर पख्तूनख्वा में हुए बम धमाके (Bus Blast) में चीनी इंजीनियरों (Chinese Engineers) की मौत पाकिस्तान (Pakistan) के लिए मुसीबत बन गई है. प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) चीन के कदमों में गिरकर माफी की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन बीजिंग का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इस आतंकी हमले से नाराज चीन (China) ने पाकिस्तान में चल रहे कई प्रोजेक्ट्स पर काम रोक दिया है. इतना ही नहीं चीन ने दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे पाकिस्तानी कर्मचारियों को भी निकाल दिया है.
अपने 9 इंजीनियरों की मौत के बाद चीन (China) ने महत्वकांक्षी बेल्ट ऐंड रोड प्रोजेक्ट पर काम को लेकर गठित उच्च स्तरीय समितियों की बैठकों को स्थगित कर दिया है. इसके अलावा अरबों डॉलर की लागत से बन रहा हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट भी फिलहाल खटाई में पड़ता दिख रहा है. माना जाता है कि चीन अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी पाकिस्तान (Pakistan) को फंड देता है, लेकिन इसके बावजूद हमले में उसके इंजीनियरों की मौत से वो बौखला गया है.
पाकिस्तान ने आतंकी हमले को हादसा बताने की भरसक कोशिश की, ताकि चीन के प्रकोप से बचा जा सके, लेकिन वह नाकाम रहा. बता दें कि बीते सप्ताह चीन के नेतृत्व वाले दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट (DASU Hydropower Project) में काम कर रहे उसके 9 इंजीनियरों की मौत हो गई थी. ये इंजीनियर बस में बैठकर साइट पर आ रहे थे. उसी दौरान जोरदार धमाके हुआ और बस नहर में जा गिरी. आतंकवाद के मामलों के जानकार फखर काकाखेल (Fakhar Kakakhel) ने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह धमाका इसलिए किया गया, चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर जैसे मेगा प्रोजेक्ट को बाधित किया जा सके’.
Termination of employment contracts of Pakistani personnel by DASU HPP Management (Chinese) is extremely worrying development. Imran Niazi Govt’s handling of national affairs has landed Pakistan in seriously sad state of affairs. Time to get rid of this incompetent &corrupt Govt! pic.twitter.com/unkfpb06gg
— Ishaq Dar (@MIshaqDar50) July 17, 2021
फखर काकाखेल ने आगे कहा कि अब तक बलूचिस्तान के बाहरी इलाकों में प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाया जाता रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है, जब ऐसी किसी घटना में चीन के लोगों को नुकसान पहुंचा है. यह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. वहीं, दासू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़े पाकिस्तानी वर्कर्स के एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट को चीन ने रद्द कर दिया है. विपक्ष के नेता इशाक डार (Ishaq Dar) ने एक ट्वीट करके बताया है कि चीन ने पाकिस्तानी कर्मियों को निकाल दिया है. उन्होंने इमरान खान को निशाना बनाते हुए कहा है कि जो कुछ भी हो रहा है वो पाकिस्तान के लिए अच्छा नहीं है.