Wuhan से निकला कोरोना फिर भी चीनी सैनिक कैसे रहे सुरक्षित? कोरोना काल में भी ड्रैगन रच रहा साजिश
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Wuhan से निकला कोरोना फिर भी चीनी सैनिक कैसे रहे सुरक्षित? कोरोना काल में भी ड्रैगन रच रहा साजिश

कोरोना काल को भी चीन लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए उपयोग कर रहा है. कोरोना वायरस वुहान से निकला फिर भी चीनी सैनिक संक्रमण से कैसे बचे इससे दुनिया हैरत में है.

 

फाइल फोटो साभार: ANI

हांगकांग: पिछले साल Covid​​​​-19 की शुरुआत चीन के शहर वुहान (Wuhan) से हुई. दुनिया अब तक कोरोना (Corona) से जंग लड़ रही है लेकिन हैरानी की बात यह है कि चीन में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) कोरोना काल में भी फलती-फूलती रही. दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है इधर चीन है कि इस संकट के दौर को भी अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहा है. चीन लगातार इस दौरान अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है.

आपदा में अवसर तलाश रही चीनी फौज

दरअसल, चीन ने महामारी का इस्तेमाल सैन्य, कूटनीतिक और सॉफ्ट पॉवर के मामले में खुद को आगे बढ़ाने के लिए किया.  चीनी फौज PLA को कोरोना की शुरुआत के साथ ही जनवरी में ही शी जिनपिंग ने 'अपनी जिम्मेदारी निभाने' का आदेश दिया था. इसके बाद सेना ने केवल 9 दिनों में अस्थाई अस्पताल का निर्माण कर दिया और 1400 कर्मियों को तैनात किया.  

लगातार सैन्य ताकत बढ़ा रहा चीन

हालांकि COVID ने PLA को प्रभावित भी किया है. सैन्य भर्ती स्थगित करनी पड़ीं साथ ही सैन्य उत्पादन भी प्रभावित हुआ है. चीनी शस्त्र नियंत्रण और निरस्त्रीकरण संघ (Arms Control and Disarmament Association) के वरिष्ठ सलाहकार जू गुआंग्यु ने कहा था कि महामारी के चलते चीन में हथियारों और उपकरणों के प्रोडक्शन पर प्रभाव पड़ेगा लेकिन यह कुछ समय के लिए ही होगा क्योंकि वायरस केवल कुछ ही समय तक रहने की उम्मीद है. हालांकि चीन की तरफ से वायरस को लेकर की गई ये भविष्यवाणी बिल्कुल गलत निकली. वायरस की अवधि के बारे में भविष्यवाणी पूरी तरह से गलत निकली. लेकिन फिर भी चीनी फौज अपनी ताकत बढ़ाती रही. विभिन्न AVIC सहायक कंपनियों ने फरवरी 2020 में कहा कि उन्होंने केवल दो सप्ताह के स्टैंड डाउन के बाद ही सैन्य प्रोडक्शन फिर से शुरू कर दिया था. 

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चीनी सैनिक क्यों नहीं हुए संक्रमित?

हैरानी बात यह भी है कि पीएलए सैन्य शिविरों या युद्धपोतों में बड़े पैमाने पर संक्रमण की कोई रिपोर्ट नहीं मिली. 2020 के बीच में भारतीय सेना के साथ टकराव के दौरान भी चीनी सेना पूर्वी लद्दाख में सामने थी. इस दौरान भारतीय सेना महामारी से कुछ हद तक प्रभावित थी, पीएलए ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. चीन ने दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में नेवल एक्सरसाइज भी जारी रखी जिससे ताइवान को खतरा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चीन द्वारा आपदा के समय को सैन्य ताकत बढ़ाने के लिए उपयोग करने की आलोचना हो रही है.

(इनपुट: ANI)

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