Britain ने India को Red List से क्या निकाला, PAK के आंसू ही निकल आए; Letter लिखकर बोला - ‘ये तो Cheating है’
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Britain ने India को Red List से क्या निकाला, PAK के आंसू ही निकल आए; Letter लिखकर बोला - ‘ये तो Cheating है’

ब्रिटिश सरकार के एक फैसले ने पाकिस्तान के आंसू निकाल दिए हैं, वो बच्चों की तरह बिलखता हुआ भेदभाव की शिकायत कर रहा है. इमरान खान सरकार का कहना है कि पाक को छोड़कर भारत को रेड लिस्ट से निकालना ब्रिटेन का भेदभाव दर्शाता है. उसने बाकायदा पत्र लिखकर अपना विरोध भी जताया है. 

फाइल फोटो

इस्लामाबाद: ब्रिटेन सरकार (British Government) के भारत (India) पर लिए गए एक फैसले को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) को तीखी मिर्ची लगी है. बौखलाए पाकिस्तान ने ब्रिटेन को चिट्ठी लिखकर भेदभाव का आरोप लगाया है. दरअसल, ब्रिटिश सरकार ने भारत से यात्रा पाबंदी को हटाते हुए उसे रेड लिस्ट (Red List) से निकालकर एम्बर सूची में डाल दिया गया है. जबकि पाकिस्तान को रेड लिस्ट में बरकरार रखा है. इसी बात को लेकर इमरान खान (Imran Khan) सरकार को मिर्ची लग रही है. 

  1. पाकिस्तान को रेड लिस्ट में रखा है बरकरार
  2. भारत से यात्रा संबंधी प्रतिबंध हटाया गया
  3. ब्रिटेन ने हाल ही में किया था ऐलान 

Top Officer ने लिखा Letter

पाकिस्तान के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर COVID-19 की यात्रा संबंधी पाबंदियों में भेदभाव की शिकायत की है. पाक को अप्रैल की शुरुआत में और भारत को 19 अप्रैल को रेड सूची में रखा गया था, लेकिन इस्लामाबाद के विपरीत नई दिल्ली को कुछ अन्य देशों के साथ 5 अगस्त को रेड सूची से निकाल दिया गया, जिससे पाक बौखलाया हुआ है.

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क्या होती है Amber List?

ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ग्रांट शाप्स ने हाल ही में ट्वीट कर बताया था कि यूएई, कतर, भारत और बहरीन को ‘रेड’ सूची से निकाल कर एम्बर सूची में डाल दिया गया है. ये सभी बदलाव आठ अगस्त को सुबह चार बजे से अमल में आएंगे. ब्रिटेन के कानून के तहत ‘एम्बर’ सूची में शामिल देशों के यात्रियों को अपनी रवानगी से तीन दिन पहले कोविड-19 संबंधी जांच करानी होगी और ब्रिटेन जाने से पहले ही कोरोना की दो जांच की ‘बुकिंग’ करानी होगी. इसके आलावा वहां पहुंचने के बाद ‘पैसेंजर लोकेटर फार्म’ भरना होगा. वहीं, यात्री को 10 दिन के लिए घर में या किसी अन्य स्थान पर क्वारंटीन रहना होगा।

पत्र में WHO का दिया हवाला

पाकिस्तान के विशेष सहायक फैसल सुल्तान ने ब्रिटेन के पाकिस्तानी मूल के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद को लिखे पत्र में पाक के महामारी के आंकड़ों की तुलना इस क्षेत्र के अन्य देशों के साथ की. पत्र को मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने ट्विटर पर साझा किया है. सुल्तान ने कहा कि संक्रमित लोगों को यात्रा करने से रोकने के लिए तीन त्रिस्तरीय दृष्टिकोण का इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा स्वीकृत कोविड-19 रोधी टीका लगाये जाने का वैध प्रमाणपत्र, रवानगी से 72 घंटे पहले एक PCR (पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) जांच और हवाई अड्डे पर प्रस्थान से पहले का एक रैपिड एंटीजन टेस्ट शामिल है.

India से की Corona मामलों की तुलना

पाकिस्तान के कोरोना मामलों की तुलना भारत, ईरान और इराक के साथ करते हुए सुल्तान ने कहा कि पाकिस्तान में प्रति 10 लाख लोगों पर दैनिक मामले, प्रति 10 लाख लोगों पर होने वाली मृत्यु और प्रति 10 लाख लोगों पर कुल मृत्यु क्षेत्र में सबसे कम है, जबकि प्रति 100 लोगों पर प्रतिदिन टीकाकरण सबसे अधिक है. सुल्तान ने आगे कहा कि निगरानी आंकड़े जिस पर ब्रिटेन का कहना है कि उसका निर्णय आधारित है, निस्संदेह महत्वपूर्ण है, लेकिन महामारी के प्रबंधन के देश का समग्र कार्य निष्पादन रिकॉर्ड अधिक महत्वपूर्ण है।

PAK को मिर्ची लगने की ये है वजह

उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि जीनोम अनुक्रमण के मामले में पाकिस्तान ब्रिटेन से पिछड़ गया है, लेकिन यह भी कहा कि जीनोमिक अनुक्रमण को एक प्रदर्शनकारी कदम के रूप में उपयोग करना और यात्रा से इनकार करने के लिए इसे उद्धृत करना अनावश्यक था. बता दें कि पाकिस्तान ब्रिटेन सरकार के फैसले से इसलिए परेशान है क्योंकि ब्रिटेन में रहने वाले एक बड़े समुदाय का पाकिस्तान से ताल्लुख है और वे अक्सर पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए यात्रा करते हैं.

 

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