Pakistan से 1 साल में 80 हजार लोग हो गए 'गायब', शहबाज को शर्मसार कर देगी वजह!
Advertisement

Pakistan से 1 साल में 80 हजार लोग हो गए 'गायब', शहबाज को शर्मसार कर देगी वजह!

Pakistan Economy: पाकिस्तान (Pakistan) को गिरती अर्थव्यवस्था (Economy) के बीच तगड़ा झटका लगता है. पाकिस्तान से 80 हजार से ज्यादा लोग पिछले 1 साल में गायब हो गए हैं. इसके पीछे की वजह चौंकाने वाली है.

Pakistan से 1 साल में 80 हजार लोग हो गए 'गायब', शहबाज को शर्मसार कर देगी वजह!

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान (Pakistan) की अर्थव्यवस्था (Economy) लगातार गिरती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान में महंगाई आसमान छू रही है. ऐसे में पाकिस्तान के नागरिक बहुत परेशान हैं और अपना देश छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि पिछले 1 साल में 80 हजार से ज्यादा पाकिस्तानियों ने अपना वतन छोड़ दिया. साल 2021 के मुकाबले पाकिस्तान छोड़ने वाले नागरिकों की संख्या पिछले साल ज्यादा रही. पाकिस्तान के नागरिकों को अपने देश में तरक्की नहीं दिख रही है. पाकिस्तान के आर्थिक हालात को देखते हुए वे विदेश में सेटल हो रहे हैं. पाकिस्तान में रहने के लिए उसके नागरिक तैयार नहीं हैं.

क्यों वतन छोड़ रहे पाकिस्तानी?

हालांकि, वैसे तो पाकिस्तान के हुक्मरानों और आर्मी जनरलों पर पहले ही आरोप लग चुके हैं कि भ्रष्टाचार करके उन्होंने विदेश में अच्छी खासी प्रॉपर्टी बनाई है. इसके अलावा बड़ी संख्या में पाकिस्तानियों के पास विदेशी नागरिकता है. लगातार गिरती पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर खुद पाकिस्तानियों को भरोसा नहीं रहा है.

रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची महंगाई

पाकिस्तान में महंगाई की बात करें तो फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (FBR) के एक नोटिफिकेशन के मुताबिक, पाकिस्तानी सरकार ने चुनिंदा इम्पोर्टेड लक्जरी चीजों पर सेल्स टैक्स बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, ये फैसला अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पाकिस्तानी सरकार को ज्यादा टैक्स लगाकर अधिक राजस्व जेनरेट करने के आग्रह के बाद किया गया है. पानी, जूस, कन्फेक्शनरी और गाड़ियों सहित तमाम इम्पोर्टेड चीजों की 36 श्रेणियों पर सेल्स टैक्स 17 से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दिया गया है.

कब मदद देगा IMF?

इस बीच, पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि आईएमएफ के साथ बातचीत हो रही है. एक बार फिर संकेत मिला है कि कैश की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान इस हफ्ते आईएमएफ के साथ कर्मचारी स्तर के समझौते पर साइन कर सकता है. पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार को जल्द से जल्द लोन की जरूरत है, क्योंकि उसके पास मुश्किल से 3 हफ्ते के आयात के लिए मुद्रा भंडार है.

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news