Pakistan News: क्या पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री की मिलेगी कमान? इस नेता ने खुद बता दिया सच
Advertisement

Pakistan News: क्या पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री की मिलेगी कमान? इस नेता ने खुद बता दिया सच

Pakistan Caretaker PM: पाकिस्तान की मेनस्ट्रीम मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी डार के नाम को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करने पर विचार कर रही है. मौजूदा नेशनल एसेंबली का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है.

Pakistan News: क्या पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री की मिलेगी कमान? इस नेता ने खुद बता दिया सच

Pakistan Elections: सियासी और आर्थिक दोनों मोर्चों पर पाकिस्तान टेंशन में चल रहा है. इस बीच पाकिस्तान के वित्त मंत्री इसाक डार ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया था कि कार्यवाहक प्रधानमंत्री पद की दौड़ में वह सबसे आगे हैं . इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह की बात करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि अभी तक तो परामर्श भी शुरू नहीं हुआ है. निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में डार (73) ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) इसके बारे में फैसला लेगा.

पाकिस्तान की मेनस्ट्रीम मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी डार के नाम को कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करने पर विचार कर रही है. मौजूदा नेशनल एसेंबली का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है.

ऐसे चर्चा में आया नाम

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, डार का नाम तब चर्चा में आया जब प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने चुनाव अधिनियम 2017 में बदलाव पर विचार किया.

जियो न्यूज की खबरों के अनुसार, डार ने कहा कि वह नियुक्ति पर आलाकमान के फैसले को स्वीकार करेंगे, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यवाहक व्यवस्था की शक्तियों को बढ़ाया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार का कार्यकाल 90 दिन का होना चाहिए, न कि 60 दिन. इस बीच सूत्रों ने संकेत दिया कि पीडीएम सरकार कार्यकाल खत्म होने से पहले ही विधानसभाओं को भंग कर सकती है ताकि कार्यवाहक व्यवस्था को 90 दिन का समय मिले .

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) पारदर्शी चुनाव कराने के लिये जिम्मेदार है.

क्या कहता है संविधान

पाकिस्तान के संविधान के अनुसार, अगर नेशनल असेंबली अपना कार्यकाल पूरा कर लेती है तो 60 दिनों के भीतर चुनाव कराने होते हैं, लेकिन विधानसभा समय से एक दिन पहले भी भंग होने की स्थिति में सरकार को चुनाव कराने के लिए 90 दिन का समय मिल जाएगा. आम चुनाव के बाद नई सरकार बनने तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री देश का प्रशासन संभालेंगे.पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने कथित तौर पर डार का समर्थन करने में अनिच्छा दिखाई है.

'शरीफ परिवार से नहीं होगा अंतरिम पीएम'

रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी उन खबरों को खारिज कर दिया है कि इस पद के लिए डार के नाम पर विचार किया जा रहा है . उन्होंने कहा कि शीर्ष पीएमएल-एन नेतृत्व - शरीफ परिवार - के किसी भी करीबी को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में नहीं चुना जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कार्यवाहक व्यवस्था पर उंगलियां न उठें.

डॉन अखबार की खबरों के अनुसार, इस बीच, दोस्तों और दुश्मनों दोनों के कड़े विरोध ने सरकार को चुनाव सुधारों के हिस्से के रूप में कार्यवाहक व्यवस्था को असीमित शक्तियां देने की अपनी योजना को एक दिन के लिए स्थगित करने पर मजबूर कर दिया.

चुनाव सुधारों पर संसदीय समिति ने मसौदे को मंजूरी दी थी, इसे शॉर्टकट से पारित कराना था. इस मसौदे में अंतिम क्षणों में एक विवादास्पद खंड जोड़ा गया था, जो कार्यवाहक व्यवस्था के दायरे को बढ़ाने के लिए था . यह खंड कार्यवाहक व्यवस्था को तत्काल मामलों पर फैसले लेने की इजाजत देने वाला था .

खबरों में कहा गया है कि नेशनल असेंबली की तरफ से पहले ही पारित चुनाव संशोधन विधेयक, मंगलवार को संयुक्त बैठक के एजेंडे में रखा गया था. इसे 90 दिनों के भीतर सीनेट में पारित नहीं किया जा सका . इसमें कहा गया है कि सरकार चाहती थी कि चुनाव सुधारों की लंबी सूची को उसी विधेयक में संशोधन के जरिए पारित किया जाए और जो बदलाव किये गये थे उससे सांसद भी अनजान थे.

 

Trending news