Taliban: बाजवा के जाते ही बढ़ी शहबाज शरीफ की मुश्किल, तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ कर दिया ये घातक ऐलान
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Taliban: बाजवा के जाते ही बढ़ी शहबाज शरीफ की मुश्किल, तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ कर दिया ये घातक ऐलान

Pakistan Taliban Ends Ceasefire: तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने संघर्ष विराम (Ceasefire) को खत्म करने का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही अपने लड़ाकों से पूरे पाकिस्तान में हमला करने का आदेश दिया है.

Taliban: बाजवा के जाते ही बढ़ी शहबाज शरीफ की मुश्किल, तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ कर दिया ये घातक ऐलान

Pakistan Taliban News: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) आज (29 नवंबर) अपने पद से रिटायर हो रहे हैं और उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) को नया सेना प्रमुख नियुक्त किया गया है. लेकिन, बाजवा के पद छोड़ने से पहले ही प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने घातक ऐलान किया है, जिससे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की मुश्किल बढ़ गई है. टीटीपी को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है, जिसका गठन विभिन्न उग्रवादी संगठनों के एक संयुक्त समूह के रूप में साल 2007 में किया गया था.

तालिबान ने किया सीजफायर खत्म करने का ऐलान

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने पाकिस्तान सरकार के साथ जून में किए गए संघर्ष विराम (Ceasefire) को खत्म करने का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही अपने लड़ाकों से पूरे पाकिस्तान में हमला करने का आदेश दिया है. संगठन ने अपने बयान में कहा, 'विभिन्न इलाकों में सैन्य अभियान मुजाहिदीन (उग्रवादियों) के खिलाफ चलाया जा रहा है, इसलिए आपके लिए यह बाध्यकारी हो जाता है कि आप देशभर में जहां भी हो सके वहां हमला करें.'

पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ के लिए बड़ी चुनौती

यह पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ असीम मुनीर (Asim Munir) और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के लिए बड़ी चुनौती है. टीटीपी ने बयान में कहा, 'सेना और खुफिया एजेंसियों ने लगातार किए जा रहे हमलों को बंद नहीं किया. अब हमारा जवाबी हमला देशभर में शुरू होगा.' हालांकि, अभी तक साफ नहीं है कि टीटीपी के इस ऐलान के बाद पाकिस्तान सरकार और सेना क्या कदम उठाएगी, क्योंकि अभी सरकार और खुफिया एजेंसियों की ओर से काई बयान नहीं आया है. पाकिस्तान सरकार ने पिछले साल अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार की मदद से टीटीपी के साथ वार्ता शुरू की थी, लेकिन कोई प्रगति नहीं हो सकी थी.

मलाला यूसुफजई को पाकिस्तानी तालिबान ने मारी थी गोली

बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) यानी पाकिस्तानी तालिबान ने साल 2012 में मलाला यूसुफजई (Malala Yousafzai) पर हमला किया था और उन्हें गोली मारी थी. इसके बाद मलाला को पहले पेशावर स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में इलाज के लिए लंदन ले जाया गया था. पाकिस्तानी तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा था कि मलाला पश्चिमी सोच वाली लड़की थीं. मलाला को बाद में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

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